सीतापुर -अनूप पाण्डेय, राकेश पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के हरगांव विकास खण्ड हरगांव के अंतर्गत ग्राम सभा गुरधपा में अम्बेडकर पार्क की जमीन पर गौतम बुद्ध एवं बाबा साहेब डा० भीमराव अम्बेडकर के पार्क में पंचशील झंडे को गाड़ कर ,बाबा साहेब डा० भीमराव अंबेडकर की कार्यशैली को देखते हुये बाबा साहेब डा०भीमराव अंबेडकर की मूर्ति रखने एवं बाबा साहेब डा० भीम राव अम्बेडकर के विचार को जनहित में प्रेषित करने के लिए सभी सदस्यों द्वारा एक साथ मिलकर ग्राम सभा गुरधपा के अंबेडकर पार्क में मूर्ति स्थापना के कार्य क्रम का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्रीय लोग व ग्राम सभा के सदस्य उपस्थित रहे । इस अवसर रामप्रसाद ने अपने विचार अंबेडकर पार्क को स्वच्छ और सुंदर बनाने संगठित रूप से पार्क की गरिमा और बाबासाहेब विचारों का सम्मान करते हुये सभी को एक साथ मिलकर कमेटी गठित करने और उसे सुचारू रूप से चलाने में सभी सदस्यों को समय-समय पर ध्यान देने के सम्बन्ध में रखें। चौधरी प्रहलाद गौतम एवंउ रामसनेही ने बाबा साहेब डा०भीमराव अम्बेडकर के दिशा निर्देशों को और उनके जीवन यापन की थोड़ी थोड़ी कहानियों के रूप में एकजुट होकर संघर्ष करने पर बल देते हुये और अधिक संगठित होकर काम करने के निर्देश दिये । उत्तम कुमार ने अपने विचार बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बारे में रखें उन्होंने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के गोलमेज सम्मेलन की संक्षिप्त टिप्पणी भी पेश की । बाबा साहेब डा० भीमराव अम्बेडकर को गोलमेज सम्मेलन के लिए जाना था । तभी उनके घर में उनके पुत्र का बीमारी के चलते निधन हो गया था सभी ग्रामवासी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के दरवाजे पर खड़े थे सभी शोकाकुल में व्याकुल थे पर बाबा साहेब डा० भीमराव अम्बेडकर ने अपनी पत्नी रामा बाई से कहा मुझे अपने लड़के को छोड़ कर जाना है , क्योकि हमारे दलित शोषित समाज को पिछड़े समाज के रूप में जाना जाता है । आज मेरा लड़का मर गया है तो क्या। आज मैं नहीं जाता हूं गोल में सम्मेलन में तो हजारों लड़कों की बलि चढ़ जाएगी। इस समय मर चुके लड़के के दु:ख को लेकर हमें नहीं रुकना है हमे अपने लड़के से ज्यादा अपने समाज व शोषित वर्ग के लिए जीना है। वह अपने गोल सम्मेलन के लिए अपने मृत लड़के को छोड़ कर चले गए इससे यह साबित होता है कि बाबा साहेब डा०भीमराव अंबेडकर ने सदैव ही दलित शोषित और गरीबी से जूझ रहे लोगों के प्रति समर्पित रहे उन्होंने अपने परिवार को ना देख कर केवल समाज के लिए काम किया है। इसी तरह हम सब लोग अपने समाज के लिये एकत्रित/ संगठित होकर और शिक्षित होकर संघर्ष करने के लिए सदैव तत्पर रहें । इस अवसर पर सदस्य रामसनेही वर्मा, जसवंत पूर्व प्रधान, अनुपम गौतम , भगवानदीन रामनरेश, राजेश, मनोहर लाल शास्त्री, रामप्रसाद, भारत प्रसाद,रामू गौतम, त्रिभुवन लाल,रामदीन गौतम, सिरदार गौतम, जगदीश गौतम, छोटेलाल गौतम, विनोद कुमार, देवकीनंदन, साधु राम, राधेश्याम गौतम, हरिवंश लाल भारती, छोटेलाल, देवी दयाल, जगरूप, रामगुलाम, राजकुमार, महबूब,अश्वनी कुमार, सुशील कुमार, राजू , आदि के साथ – साथ महिलाएं व बच्चे भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर ध्वजारोहण के बाद प्रसाद वितरण भी किया गया।