मैनपुरी। सैफई परिवार में छिड़ा घमासान चुनाव के बाद भी थमा नहीं है। लगातार शिवपाल-अखिलेश के बीच तल्खी बड़ती ही जी रही है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में राजनीति के माहिर खिलाड़ी मुलायम सिंह यादव किस तरफ हैं आज तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। पहलवान मुलायम सिंह यादव अपने दांव-पेंच से झगड़े को जब चाहे तब एक नया मोड़ देते हैं।
बाप-बेटे में नहीं है नाराजगी
समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव मैनपुरी के करहल पहुंचे। यहां वह पूर्व एमएलसी सुभाष चंद्र यादव की पत्नी के निधन पर शोक संवेदना प्रकट करने आए थे। इस दौरान उनको एक बार फिर सपा में छिड़े घमासान पर पत्रकारों के सवालों का सामना करना पड़ा। लेकिन इस बार फिर मुलायम सिंह पलटी खा गए। कई बार सार्वजनिक तौर पर बेटे की शिकायत कर चुके मुलायम सिंह से जब पत्रकारों ने पूछा कि अखिलेश और आपके बीच में कोई नाराजगी है क्या? तो मुलायम ने कहा कि बाप-बेटे में कोई नाराजगी नहीं है, नहीं कभी नाराजगी हो सकती है।
सेक्युलर मोर्चे पर साधी चुप्पी
बता दें कि सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव एक अलग सेक्युलर मोर्चे के गठन का ऐलान कर चुके हैं। शिवपाल ने यह भी कहा है कि इस मोर्चे के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव रहेंगे और जल्द ही मोर्चे का बड़ा सम्मेलन किया जाएगा। इस मोर्चे से संबंधित जब सवाल पूछा गया तो मुलायम चुप्पी साध गए।
अखिलेश के महागठबंधन की नहीं जानकारी
शिवपाल के सेक्युलर मोर्चा गठन के ऐलान के बाद अखिलेश ने भी महागठबंधन करने के संकेत दिए हैं। यहां तक कि अखिलेश ने इस महागठबंधन में मायावती के शामिल होने के भी संकेत दिए हैं। इस गठबंधन से संबंधित सवाल मुलायम से पूछा गया तो उन्होंने जानकारी होने से ही इनकार कर दिया।