मध्य प्रदेश में वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भोपाल में घोषणा की है कि उनकी पार्टी चुनाव मैदान में खड़ी होगी। मध्य प्रदेश के चुनावी अखाड़े में पहले ही मायावती ने उतरने की घोषणा कर दी थी। उत्तर प्रदेश में बन रहे महागठबंधन को देखते हुए मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस ने मायावती को साथ लेकर चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया है। अब सपा अध्यक्ष की घोषणा के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति बदल सकती है। सपा अगर चुनावी मैदान में उतरती है तो उत्तर प्रदेश से सटे इलाकों में चुनावी समीकरण को बिगाड़ने में मुख्य भूमिका निभाएगी। इसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी को होगा। राहुल गांधी व मायावती का खेल बिगड़ेगा।
सपा अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। हालांकि, उन्होंने अन्य दलों से गठबंधन के संबंध में कुछ साफ नहीं कहा। मीडिया से बातचीत के क्रम में एक सवाल का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि सपा ने मध्यप्रदेश में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। उनकी पार्टी गठबंधन के पक्ष में है। देश के लिए लड़ाई कमजोर नहीं पड़ेगी। हालांकि उनका दल प्रदेश में होने वाली चुनावी दंगल का हिस्सा होगा। उन्होंने बताया कि पार्टी ने प्रदेश में 51 प्रभारी भेजे थे। इन प्रभारियों ने विभिन्न जिलों में दल की ताकत के संबंध में संगठन को रिपोर्ट दी है। सपा ने प्रदेश में विभिन्न उपचुनावों में कांग्रेस का समर्थन किया था।
कांग्रेस से गठबंधन के संबंध में अखिलेश यादव ने कहा कि उनके प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ व कांग्रेस से अच्छे संबंध हैं, लेकिन इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बयान उन्होंने कहा कि मैं सीएम कुमारस्वामी को गठबंधन सरकार चलाने के लिए बधाई दूंगा, सचमुच यह एक साहसिक काम है। दरअसल, कर्नाटक के सीएम ने कहा है कि मुख्यमंत्री का पद फूलों की सेज नहीं है। प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर सपा अध्यक्ष ने अभी रुख साफ नहीं किया है। इससे माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी को अगर अच्छी संख्या में सीटें मिलती हैं तो वे भी एक उम्मीदवार हो सकते हैं। राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पर उन्होंने कहा कि जनता नई सरकार व नए प्रधानमंत्री के पक्ष में है।
सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर भारतीय जनता पार्टी पर भड़कते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सोशल मीडिया लोगों को जोड़ने के प्लेटफॉर्म के रूप में देखा जाता था। लेकिन, भाजपा ने उसका इस्तेमाल लोगों को बांटने में किया है। भाजपा सोशल मीडिया से डिजिटल नफरत फैला रही है। सपा ने भी उनका जवाब देने के लिए डिजिटल फोर्स बनाई है। किसानों की दुर्दशा व महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते अपराध को लेकर मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सपा का इरादा गरीब, किसान, युवा और अन्य वर्गों की आवाज बनना है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने किसानों को धोखा दिया है।
राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि 15 साल शासन में रहने के बावजूद वे महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम रहे हैं। मध्य प्रदेश में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) में भारी भ्रष्टाचार हुआ। कई लोग मारे गए, लेकिन अब तक सच सामने नहीं आया। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व विकास किया, जिसके आधार पर प्रधानमंत्री अनेक योजनाओं का शिलान्यास कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में भी उनकी पार्टी विकास करेगी। उत्तर प्रदेश में पार्टी की हार के बारे में उन्होंने कहा कि सपा लोगों को समझाने में सफल नहीं रही, जबकि भाजपा जनता को गुमराह करने में कामयाब रही।