लखनऊ। मतदान खत्म होते है एग्जिट पोल ने सियासी हलचल फिर से मचा दी है और इससे सबसे ज्यादा विचलित अखिलेश यादव दिखे जिन्होंने जरूरत पड़ने पर मायावती से गठबंधन करने की बात तक कह डाली। गौरतलब है कि सीएम अखिलेश यादव ने गुरुवार को एक न्यूज चैनल से बात करते हुए साफ-साफ शब्दों में कहा है सूबे में राष्ट्रपति शासन कोई नहीं चाहेगा। मैं नहीं चाहता कि उत्तर प्रदेश को भाजपा अपने रिमोट कंट्रोल से चलाये। इसलिए जरूरत पड़ी तो बसपा से गठबंधन भी किया जा सकता है।
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चुनाव एग्जिट पोल में भाजपा सबसे आगे दिख रही है वही हाथी तीसरे पायदान पर नजर आ रहा है। ऐसे में मायावती भी थोड़ी नम्र पड़ती नजर आई और उन्होंने अखिलेश के प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नतीजे आने के बाद सपा से हाथ मिलाने के बारे में विचार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि भाजपा को यूपी से दूर रखने के मुद्दे पर वो 11 मार्च के बाद गौर करेगी।
आजम खां ने भी दिया बयान
सपा मंत्री आजम खां ने भी चुनाव के नतीजे से पहले हार-जीत को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अगर समाजवादी पार्टी हारती है तो इससे सिर्फ अखिलेश यादव का ही नुक्सान नहीं होगा। सपा सरकार नहीं बनी तो पूरे प्रदेश का नुक्सान होगा। सरकार नहीं बनी तो प्रदेश जिम्मेदार लोगों से हिसाब लेगा।