मथुरा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर तीखे प्रहार करते हुए भाजपा को सबसे झूठी पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा, गरीबों की गरीबी दूर करने और उनके खातों में धन जमा करने के वादे कर नोटबंदी के बहाने छोटी से छोटी बचतें भी निकलवा ली गई और फिर रही-सही कसर जीएसटी लागू कर पूरी कर दी गई।
अखिलेश यहां यादव समाज के एक ट्रस्ट द्वारा वृंदावन में करोड़ों की लागत से बनाए जाने वाले बहुमंजिला ‘‘यादव भवन’ की आधारशिला रखने के लिए पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की मोदी एवं योगी सरकारों पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने दोनों ही नेताओं को धोखेबाज करार दिया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री 15 दिन पहले ही दिवाली ला देने की बात कर रहे हैं। वह जरा व्यापारियों से तो जाकर पूछें कि उनके लिए दिवाली पहले आ गई या फिर दिवाली से काफी पहले ही उनका दीवाला निकल गया। रही बात गरीबों की, तो उसे तो न खील नजर आ रही है, और न ही बताशे। क्योंकि, उनसे उनका रोजगार ही छिन गया है।
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इस पर भी प्रधानमंत्री दीवाली जल्द ला देने की बात कहकर उल्टे उन्हें चिढ़ा रहे हैं। सपा नेता ने कहा, जहां तक जीएसटी के मामलों में सुधार लाने की बात है तो प्रधानमंत्री अपने ही लोगों से आलोचना झेलने के बाद अब रोज समीक्षा के नाम पर छूटें देने की बात कर रहे हैं। अगर उन्हें जीएसटी की कमियां वास्तव में सुधारनी ही हैं तो व्यापारी जिन शिकायतों को शुरू से रखते आ रहे हैं उनका एक साथ ही निवारण क्यों नहीं कर देते।अखिलेश यादव ने मोदी सरकार से सवाल किया, नोटबंदी से कौन सा और कितना भ्रष्टाचार कम हुआ है।
इसका जवाब सालभर बाद भी नहीं दे पा रहे बीजेपी वाले। पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी पर तंज कसते हुए कहा, कर्जमाफी के नाम पर किसानों को सरासर धोखा दिया जा रहा है। एक लाख रुपये की कर्जमाफी की बात कहकर एक-एक, दो-दो पैसे की कर्जमाफी की गई। यह किसानों के साथ खिलवाड़ नहीं तो फिर क्या है। उन्होंने गंगा-यमुना के शुद्धीकरण से जुड़ी भाजपा की योजनाओं पर उंगली उठाते आरोप लगाया, वर्ष 2018 तक इन नदियों को आचमन योग्य पवित्रता दिलाने का दावा करने वालों ने कहीं भी धेला भर काम नहीं किया।