पिछले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी का रास्ता रोकने के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का महागठबंधन हुआ था.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने के संकेत दिए हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने गठबंधन से अलग होने का इशारा किया है, अखिलेश ने कहा है कि अभी मैं किसी चुनावी गठबंधन पर विचार नहीं कर रहा हूं.
गठबंधन पर क्या बोले अखिलेश?
अखिलेश ने कहा है, ‘’2019 का चुनाव निश्चित रूप से काफी अहम है, क्योंकि यूपी से ही पूरे देश में संदेश जाएगा. 2019 को लेकर अभी मैं किसी चुनावी गठबंधन पर विचार नहीं कर रहा हूं. गठबंधन और सीट पर बातचीत की वजह से काफी वक्त बर्बाद होता है. मैं सीट को लेकर किसी तरह की भ्रम की स्थिति पैदा नहीं करना चाहता. मेरा पूरा ध्यान अभी पार्टी को मजबूत करने पर है.’’
यूपी में फेल हुआ सपा-कांग्रेस गठबंधन
विपक्षी दल मोदी के खिलाफ गोलबंदी का बात कर रहे हैं लेकिन गठबंधन को अपनी प्राथमिकता से अलग कर अखिलेश विपक्ष के अरमानों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं. हालांकि विधानसभा चुनाव में नतीजे अच्छे नहीं आना भी गठबंधन टूटने की एक वजह हो सकती है.
दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई कांग्रेस
यूपी विधानसभा चुनाव में 403 सीटों में से बीजेपी को 325 सीटें मिली थीं, जबकि समाजवादी पार्टी को सिर्फ 47, कांग्रेस तो दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई थी. उसे महज सात सीटों से संतोष करना पड़ा था.
बीजेपी को रोकने के लिए किया था गठबंधन
अब गठबंधन की चिंता से मुक्त समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने और पार्टी को बढ़ाने के लिए अखिलेश जल्द ही रथयात्रा भी शुरू करने वाले हैं. बता दें कि पिछले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी का रास्ता रोकने के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का महागठबंधन हुआ था.