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Tuesday, October 15, 2024

अगर कारोबारी नाराज थे तो सूरत में BJP कैसे जीती: गुजरात के नतीजों पर रिव्यू मीटिंग में राहुल का सवाल



नई दिल्ली. गुजरात के चुनावी नतीजों के करीब महीनेभर बाद कांग्रेस प्रेसिडेंट ने शुक्रवार को रिव्यू मीटिंग बुलाई। गुजरात में पार्टी ऑब्जर्वर रहे तीन राज्यों के करीब 200 नेता 15 जीआरजी रोड स्थित पार्टी के वाॅर रूम में पहुंचे। राहुल ने पूछा कि जीएसटी के खिलाफ कारोबारियों की भारी नाराजगी के बावजूद सूरत में बीजेपी कैसे जीती?
बीजेपी ने हार्दिक की सभाओं के तोड़ में मोरारी बापू की कथाएं रखवाईं
 पार्टी अध्यक्ष के सवाल के जवाब में ऑब्जर्वर ने कहा, “सूरत में मोरारी बापू की कथाओं में हुए मोदी के प्रचार ने बीजेपी को जिताया। मोरारी बापू हर कथा में मोदी को देशभक्त बताते हुए लोगों को भरोसा दिलाते थे कि जीएसटी दरें वही कम करेंगे।”

 ऑब्जर्वर रहे कांग्रेस विधायक सुखराम विश्नोई ने कहा कि बीजेपी ने चालाकी से हार्दिक पटेल की भीड़ वाली सभाओं की तोड़ में मोरारी बापू की कथाएं रखवाईं। इन कथाओं ने बीजेपी की जीत में बड़ा रोल प्ले किया।
पर्ची के जरिए सवाल पूछने का मौका
 राहुल ने ऑब्जर्वर से एक-एक कर चुनाव संबंधी अनुभव भी पूछे। मीटिंग से पहले उन्होंने पर्ची के जरिए सबसे नाम मांगे। कुछ पर्चियां निकालकर सवाल पूछने के लिए मंच से नाम बोले गए।

 बैठक में गुजरात कांग्रेस प्रभारी और गुजरात प्रेसिडेंट सोलंकी भी मौजूद थे। ऑब्जर्वर में राजस्थान, मध्यप्रदेश और हरियाणा के नेता शामिल थे।
ऐसे ही मेहनत करते रहे तो 2019 में मोदी को हराना मुश्किल नहीं
 15 से अधिक ऑब्जर्वर ने राहुल से कहा कि गुजरात की तरह राजस्थान चुनाव में देरी नहीं होनी चाहिए। अशोक गहलोत को जल्दी राजस्थान भेजा जाना चाहिए।

 इस पर राहुल ने मुस्कुराकर कहा कि अभी उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पर फोकस करो। राहुल ने कहा कि अगर आप लोग ऐसे ही मेहनत करते रहे तो 2019 में मोदी को हारना मुश्किल नहीं होगा।
अल्पेश-जिग्नेश नहीं दिला पाए वोट, चुनाव नहीं लड़वाते तो होता फायदा
ऑब्जर्वर ने कहा कि अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी का कांग्रेस को ज्यादा माइलेज नहीं मिला। चुनाव लड़वाने के बजाय अगर हार्दिक की तरह इनकी सभाएं करवाते तो कांग्रेस सरकार बनती।

राधनपुर में ऑब्जर्वर रहे महावीर सिंह राजपुरोहित ने कहा कि अल्पेश के कहने पर उनके समर्थकों को कांग्रेस ने 12 टिकट दिए। इनमें से ज्यादातर हार गए। कांग्रेस अगर अपने कैंडिडेट उतारती तो 12 में से 10 सीटें पक्का जीतती।

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