दीपक ठाकुर:NOI।
पेट्रोलियम पदार्थों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी पर सरकार का दो टूक जवाब क्यों आता है ये बात खुद सरकारी तंत्र ने भरी सभा मे लोगो को समझा दी है ऐसा नही है कि लोग उस बात से अनजान थे लेकिन वो बात अभी तक किसी माननीय ने अपने मुख से नही कही थी जो बात केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले जी कह गए।
एक कार्यक्रम में शिरकत करने आये केंद्रीय मंत्री रामदास उठावले जब मीडिया से रूबरू हुए तो मीडिया ने उनसे ज्वलन्त मुद्दे पर सवाल करना शुरू कर दिया,आजकल का ज्वलंत मुद्दा पेट्रोलियम पदार्थों में हो रही बढ़ोत्तरी के सिवा हो भी क्या सकता था तो उनसे पूछा गया कि कीमतें लगातार बढ़ रही है इससे जनता परेशान है पर आपलोगों को कोई फर्क क्यों नही पड़ता।
सवाल सटीक था तो जवाब देना भी वाजिब था फिर इसी सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री जी ने कहा कि उनको तो ये सब सुविधाएं मुफ्त में मिलती है क्योंकि वो मंत्री हैं इसलिए उन्हें इसका एहसास ही नही हो पाता कि कीमतें बढ़ी हैं या नही उनका कहना था जब पद नही रहेगा और पैसा लगेगा तब उनको भी दर्द होगा।
यहां केंद्रीय मंत्री जी ने बात भले ही हंसी में कही हो पर असल वजह यही है सरकार की अनदेखी की क्योंकि माननीय को तो सब मुफ्त का मिलता था मिलता है और मिलता रहेगा जेब तो बस जनता की ही कटी है और कटती रहेगी अब सवाल ये है कि जनता की बात कह कर सत्ता में आने वाली सरकारें खुद के लिए ही सारे अच्छे दिन क्यों लाती है जनता के लिए क्यों नही?और एक बात जिसको ज़्यादा पैसा मिलता है उसको ही मुफ्त का क्यों मिलता है।