नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष बनने और पद संभालने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पहले इंटरव्यू में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ किया कि पार्टी में बड़े फेरबदल किए जाएंगे और लोगों को उत्साहित करने वाले चेहरों को आगे किया जाएगा। नैशनल हेराल्ड को दिए इस इंटरव्यू में राहुल ने मोदी सरकार पर भी जमकर वार किया और नोटबंदी और जीएसटी जैसे कदमों की आलोचना की।
आरएसएस और बीजेपी की तुलना में कांग्रेस के कमजोर संगठन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, ‘कांग्रेस को अभी काफी काम करना है। बहुत से ऐसे नए लोग हैं, जिन्हें हमें आगे लाना होगा। कांग्रेस में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। कांग्रेस के पास ऐसी प्रतिभाएं हैं, हमें उनकी प्रतिभा का इस्तेमाल करना है। यह ध्यान रखना होगा कि कांग्रेस के खिलाफ एक सुनियोजित प्रचार अभियान चल रहा है और हम देश को कांग्रेस का असली चेहरा दिखाना चाहते हैं। आने वाले दिनों में आप ऐसे लोगों को देखेंगे, जिन्हें देखकर आप उत्साहित हों, जिन्हें देखकर आप कह सकेंगे कि हां देखो यह व्यक्ति आया है मैं जिसके साथ जुड़ना चाहता हूं। मैं ऐसे ही लोगों के साथ जुड़ना चाहता हूं, जो सौम्य हैं, और मजबूत हैं।’
जब उनसे पूछा गया कि वह क्या वह पार्टी को ऊपर से नीचे तक या नीचे से ऊपर तक बदलने वाले हैं तो राहुल ने कहा, ‘हां, दरअसल यह मेरी योजना नहीं है। यह कांग्रेस पार्टी की इच्छा है कि वह बदले, विकसित हो…मैं तो सिर्फ इसमें मदद करूंगा।’
‘बीजेपी ने देश को बांटा’
सत्ताधारी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,’बीजेपी ने समाज को बांट दिया है। उन्होंने देश के लोगों के बीच एक तरह की दुश्मनी फैला दी है, और मेरा मानना है कि कांग्रेस की भूमिका लोगों के बीच एक सेतु, एक पुल बनने की है। हमें ऐसा संवाद शुरू करने की जरूरत है, जिसमें हम कह सकें कि हम सब भारतीय हैं। कोई वर्ग, जाति या धर्म नहीं, बल्कि भारतीयता हमारी पहली पहचान है। इसके बाद ही कोई पहचान आती है। कांग्रेस की विचारधारा इसी को आगे बढ़ाने की है।’
‘दोस्त थे पटेल-नेहरू’
देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की कथित उपेक्षा को लेकर मोदी के निशाने पर रही कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने कहा, ”झूठ फैलाया जा रहा है कि सरदार पटेल और जवाहर लाल नेहरू जी में नहीं बनती थी। ये सरासर झूठ है। जवाहर लाल नेहरू और सरदार पटेल गहरे दोस्त थे। दोनों ने साथ-साथ जेल में वक्त गुजारा है। कुछ मुद्दों पर दोनों में मतभेद होते थे, लेकिन वे दोस्त थे। और, सरदार पटेल जी के तो आरएसएस और संघ की उस विचारधारा के बारे में काफी कटु विचार थे, जिसको नरेंद्र मोदी जी अपनाते हैं।’
‘कांग्रेस में बढ़ाएंगे लोकतंत्र’
निर्विरोध रूप से पार्टी मुखिया की कुर्सी अपनी मां सोनिया गांधी से हासिल करने वाले राहुल गांधी ने कांग्रेस को और अधिक लोकतांत्रिक बनाने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘जी हां, मेरा इरादा यही है। हमने युवा कांग्रेस और एनएसयूआई में काफी काम किया है, काफी सफलतापूर्वक काम किया है। हम पार्टी में ज्यादा से ज्यादा नए, युवा, उत्साहित करने वाले और ऊर्जावान लोगों को लाना चाहेंगे। लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि पुराने और अनुभवी लोगों के लिए कोई जगह नहीं होगी। कांग्रेस पार्टी में जबरदस्त प्रतिभा रही है और अब भी है।’
मोदी-मनमोहन कैबिनेट की तुलना
मोदी कैबिनेट की मनमोहन सरकार की कैबिनेट से तुलना करते हुए राहुल ने कहा, ‘आप मौजूदा सरकार का मंत्रिमंडल देखिए, और इसकी तुलना यूपीए सरकार के कैबिनेट से कीजिए। सिर्फ कल्पना कीजिए उन नामों की जो उस कैबिनेट में थे। क्या मनमोहन सिंह जी की मोदी जी से तुलना हो सकती है। कहां चिदंबरम जी और कहां अरुण जेटली जी। क्या इस सरकार में किसी की तुलना प्रणब दा से हो सकती है। या फिर किसी की तुलना एंटनी जी सो हो सकती है? ऐसे में जब आप इस सरकार को और इसकी नीतियों के देखेंगे, तो पता चलेगा कि इनमें तो कोई दम ही नहीं है। जब आप इनकी बातें सुनते हैं, तो खुद ही अंदाजा लग जाता है। जरा देश की विदेश नीति पर गौर करिए। क्या हालत है हमारी विदेश नीति की।’
‘हर समाज के लोग हमारे साथ’
गुजरात चुनाव में जातिगत आधार पर चुनाव लड़ने के आरोपों पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,’अजीब सी बात है…हर समाज के लोग हमारे साथ खड़े हैं, अल्पेश, जिग्नेश, हार्दिक, सब एकसाथ खड़े हैं। अलग-अलग समाज के लोग। शुरुआत में बीजेपी कहती है कि हम ओबीसी मुद्दे पर यह चुनाव लड़ेंगे, तो अजीब सी बात है कि कहते वो हैं, बांटते वो हैं, और फिर हमारे बारे में कहते हैं कि हम बांट रहे हैं। मुद्दा यह है कि हार्दिक एक पटेल हैं, जिग्नेश एक दलित हैं और अल्पेश एक ओबीसी। सभी समुदाय कांग्रेस के मंच पर एकजुट हुए हैं। ऐसे में आप हम पर जातीयता का आरोप कैसे लगा सकते हैं। ये सब हमारे मंच पर एक साथ हैं।’
पाकिस्तान के साथ बैठक पर चुप्पी तोड़ी
गुजरात चुनाव के बीच पाकिस्तान के राजनयिक और पूर्व मंत्री के साथ बैठक को लेकर मोदी के इल्जाम पर चुप्पी तोड़ते हुए राहुल ने कहा,’जिस व्यक्ति ने अपनी पूरी जिंदगी दी है हिंदुस्तान को, 90 के दशक में हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था को खड़ा किया है, दस साल प्रधानमंत्री रहे, क्या नहीं दिया उन्होंने, और उनके बारे में ऐसा कहते हैं, और क्यों? सिर्फ थोड़े से वोट लेने के लिए…चुनाव जीतने के लिए…यही तो इनका स्टाइल है।’