सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर में इन दिनों अपनी कार्यशैली को लेकर रोज नई सुर्खियां बटोर रहा है बेसिक शिक्षा विभाग सीतापुर उसी क्रम में एक नया प्रकरण पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना है जो संबंधित है जनपद के खंड शिक्षा अधिकारी खैराबाद प्रमोद कुमार पटेल से जो कि पूर्व से ही अपनी कार्यशैली के कारण विकास क्षेत्र सिधौली से हटाए गए थे
श्री धीरेंद्र सिंह यादव एडवोकेट हाई कोर्ट द्वारा संवाददाता से वार्ता करने पर अवगत कराया गया कि उनके द्वारा जो शिकायत प्रमोद कुमार पटेल के अनैतिक कार्यों की उनके अमर्यादित आचरण की एवं अपने चहेते शिक्षकों को संरक्षण देने के संबंध में की गई थी उसमें दोष सिद्ध होने के उपरांत भी मात्र चेतावनी देकर उनको छोड़ दिया गया हैं जबकि इतने गंभीर प्रकरण के बाद भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सीतापुर द्वारा मात्र श्री प्रमोद पटेल जी को चेतावनी देखकर छोड़ दिया गया जो विभाग की कार्यशैली पर पूर्णता प्रश्नचिन्ह लगाता है जबकि इसी प्रकार के आचरण पर शिक्षकों को निलंबित अथवा उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाती है यहां तक कि एक निलंबित शिक्षिका जिस पर सभी आरोप सिद्ध हो गए थे और प्रतिकूल प्रविष्टि भी दे दी गई हैं उसका एबी0आर0 सी0 चयन हेतु प्रस्ताव निलंबन अवधि में ही अग्रसारित कर दिया गया जबकि पूरे जनपद में किसी भी निलंबित अध्यापक का फार्म एबीआरसी या अन्यत्र किसी भी कार्य हेतु अग्रसारित नहीं किया जाता ऐसा प्रतीत होता है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सीतापुर के भ्रष्ट अधिकारियों को इस प्रकार दिए जा रहे संरक्षण से तो जनपद की शिक्षा व्यवस्था बेपटरी होते देर न लगेगी और ऐसे अधिकारियों के हौसले दिन प्रति दिन बढ़ते जाएंगे