अनूप पाण्डेय, राकेश पाण्डेय:NOI।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर हरगांव सूबे के कर्मठ
मुखिया योगी आदित्य नाथ जी का फरमान जारी हुआकि सभी सडकों को गढ्ढा मुक्त कर दिया जाये लेकिन हमारे कर्मठ मुखिया का आदेश हवा में उड गया ।
हरगांव विकास खण्ड में कई ऐसी सडकें हैं जिन पर चौपहिया दुपहिया वाहन की तो बात ही अलग है इन पर पैदल चल पाना मुश्किल हो रहा है। जिसकी कोई सुधि नहीं ले रहा है न जाने कितनी योजनायें आयीं परन्तु इन गावों की सडकों में कोई सुधार नहीं हुआ।
शुरुआती दौर में हरगांव – पिपरझला मार्ग पर मुख्य मार्ग से कबीरपुर की सडक पूरी तरीके से टूट चुकी है पत्थर उखड कर ध्वस्त हो चुके है, मदनापुर वाली रोड कैथाभारी तक प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत बनवाई गयी मदनापुर से बक्सोहिया जाने वाली सडक की दशा भी काफी खराब है ।
कैथाभारी मोड़ से टोडरापुर व टोडरापुर से रिक्खीपुरवा, रिक्खी पुरवा से झरिया तक व टोडरापुर से पिपराघुरी तक ,टोडरापुर से परसेहरानाथ तक कोई भी सड़क का निर्माण कार्य नही हुआ है जबकि अभी तक पता नही कितनी योजनायें आयीं पर इन गांवों की सडकों की तरफ किसी भी माननीय ने देखना उचित नहीं समझा । इन सडकों को देखने से लगता है कि यह प्रगति शील प्रदेश उत्तर प्रदेश का हिस्सा नहीं हैं । विकास पुरुष के नाम जाने, जाने वाले पूर्व सांसद जितिन प्रसाद जी ने भी कोई ध्यान नहीं दिया । इन सडकों को देखकर महसूस हो रहा है कि इनसे सम्बन्धित गांव के वाशिन्दों ने किसी को वोट ही नहीं किया हो। पर ऐसा है नही । विधायक, सांसद और ज़िला पंचायत सदस्य को वोट के समय इन सड़को का निर्माण कार्य याद आता है पर वोटिंग हो जाने के बाद कोई भी उन गांवों के तरफ नजर उठाकर नही देखता ।आये दिन बरसातो में लोगो को निकलने भर का रास्ता नही रह जाता हैं यहां तक कि किसानों को हरगांव मिल में गन्ने लाने की हमेशा दिक्कत बनी रहती हैं कोई भी देखने वाला नहीं है। रास्ता इतना जर्जर हैं कि कुझ कहा नही जा सकता सभी गावों के लोग इन सारी समस्या से निदान अपने जनप्रिय हरदिल अजीज विधायक जी से चाहते है । आखिर कब तक विधायक जी की प्रिय जनता सडक की समस्या से जूझती रहेगी।