अभिनेता ने कहा, ‘‘जब मैं जेल में था उस दौरान मेरे सोचने के तरीके में काफी बदलाव आया, मैंने अपनी दाड़ी को सफेद होते देखा है. अब में पेड़ के ईद गिर्द या कॉलेज परिसर में नाच नहीं सकता. मैं अपनी उम्र के मुताबिक किरदार करना चाहता हूं.’’
मुंबई: बॉलीवुड में जहां अधिकतर अभिनेता बड़े पर्दे पर अपनी वास्तविक उम्र से कम उम्र के किरदार निभा रहे हैं वहीं संजय दत्त का कहना है कि वह बड़े पर्दे पर अपनी उम्र के मुताबिक ही किरदार करना चाहते हैं.
जेल की सजा काटने के बाद फिल्म ‘भूमि’ से बडे़ पर्दे पर वापसी कर रहे हैं. ‘पीके’ के अभिनेता फिल्म में अदिति राव हैदरी के पिता की भूमिका निभा रहे हैं.
फिल्म कल ही बड़े पर्दे पर रिलीज हुई है.
संजय दत्त अभी करीब आठ से नौ फिल्मों पर काम कर रहे हैं जिनमें ‘मुन्नाभाई’ सीरिज की एक फिल्म के अलावा ‘साहेब बिवी और गैंगस्टर 3’, ‘मलंग’, ‘शिद्दत’, ‘मार्को भाऊ’, ‘तोरबाज’ और निशिकांत कामथ की एक फिल्म शामिल है.
संजय ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘मैं अपनी उम्र के मुताबिक पटकथाओं पर काम कर रहा हूं , जो मैं करना चाहता हूं. मुझे लगता है कि यह एक ऐसा स्लॉट या शैली है जिसपर भारत में काम नहीं किया जाता. मैं वह करना चाहता हूं.’’
अभिनेता ने कहा, ‘‘जब मैं जेल में था उस दौरान मेरे सोचने के तरीके में काफी बदलाव आया, मैंने अपनी दाड़ी को सफेद होते देखा है. अब में पेड़ के ईद गिर्द या कॉलेज परिसर में नाच नहीं सकता. मैं अपनी उम्र के मुताबिक किरदार करना चाहता हूं.’’