दीपक ठाकुर
बालीवुड में अपनी पहचान बनाने में सफल हो रहे सितारे सुशांत सिंह राजपूत का ऐसे दुनिया को अलविदा कह जाना किसी के गले नही उतर रहा।मुम्बई पुलिस और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भले ये कहें कि सुशांत सिंह ने आत्महत्या की है लेकिन उनके प्रशंसक और परिवार वाले इस बात से कतई एतबार नही करते और तो और सोशल मीडिया भी यही बात चीख चीख कर कह रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत कभी आत्महत्या नही कर सकता।
शायद आपने उसकी वो क्लिप भी देखी होगी जिसमें उसने खुद कहा था के अगर उसे बॉलीवुड में काम मिलना बंद हो गया तो वो खुद ही फिल्मे बना कर उसमें अभिनय करेगा यानी सुशांत को अभिनय का एक जुनून था जिसे वो अधूरा कैसे छोड़ सकता है ये बात गौर करने वाली है दूसरी बात सुशांत की मौत के बाद कि जो तस्वीरें सामने आई हैं उसपर जो उसकी गर्दन पे निशान हैं वो निशान फांसी लगाने से पड़ ही नही सकते बल्कि ऐसे निशान तब पड़ते हैं जब कोई आपके गले को कस के रस्सी से खींचता हो वो भी पीछे की तरफ से अब ताजुब है कि ये बात आम जन समझ सकता है तो मुम्बई पुलिस के पल्ले ये बात क्यों नही पड़ रही।
दूसरी बात कहा जा रहा है कि सुशांत उस सुबह अपने कमरे से बाहर निकले और जूस का गिलास अंदर लेकर गए अब जिसको आत्महत्या करने का मन होगा वो जूस क्यों पीना चाहेगा ये बात भी समझ से परे है यहां जो बात हमारी समझ मे आ रही है वो ये के सुशांत सिंह राजपूत की मौत एक भयानक साजिश है ये साजिश उन लोगो की है जो बॉलिवुड को अपनी बापौदी समझते हैं जिन्हें लगता है
कि यहां उसी का सिक्का चलेगा जो इनको दंडवत करेगा या उनके आशीर्वाद के सहारे के लिए तड़पता रहेगा और जगह जगह उनके गुणगान करेगा लेकिन सुशांत खुद में सक्षम था उसे किसी की हमदर्दी की कभी ज़रूरत नही पड़ी और यही बात उन लोगो को अखरने लगी और सुशांत के साथ खेल हो गया एक ऐसा खेल जिसने सुशांत को हम सबसे दूर कर दिया और गुनहगार का अभी तक पता ही नही चला खैर अब ऊपरवाले का ही भरोसा है जो उनको सबक सिखाएगा जिन्होंने सुशांत आ सुनहरा जीवन अंधकार में कर दिया मेरा इशारा आप सब तक पहुंच ही गया होगा बस दुआ करिये और ऐसे लोगो का बहिष्कार कीजिये।