पंजाब के अमृतसर में दशहरे के मौके पर रावण दहन के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 58 लोगों की मौत हो गई. हादसा जोड़ा रेल फाटक के पास उस वक्त हुआ जब पठानकोट से अमृतसर जा रही डेमू ट्रेन गुजर रही थी. मरने वालों में ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग हैं. मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे.
अमृतसर के प्रथम उपमंडलीय मजिस्ट्रेट राजेश शर्मा ने बताया कि 50 शवों को बरामद किया गया है और कम से कम 50 घायलों को एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि रावण के पुतले को आग लगाने और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ना शुरू हो गए जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे.
उन्होंने बताया कि उसी वक्त दो विपरीत दिशाओं से एक साथ दो ट्रेनें आई और लोगों को बचने का बहुत कम समय मिला. उन्होंने बताया कि एक ट्रेन की चपेट में कई लोग आ गए.
इस हादसे के चश्मदीद एक शख्स का कहना है कि वहां ट्रेन काफी रफ्तार से चल रही थी और रेलवे फाटक से गुजरते हुए कोई हॉर्न भी नहीं बजाया. वहां पटाखों का काफी शोर था इससे लोगों को ट्रेन के आने का पता ही नहीं चला.