राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने बुधवार को अयोध्या में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. ऐसा पहली बार हुआ है जब आरएसएस ने अयोध्या में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया. पार्टी में मौजूद सभी लोगों खजूर और गाय के दूध से रोजा खोला. इफ्तार में आरएसएस नेता और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक इंद्रेश कुमार भी मौजूद थे.
इफ्तार के बाद इंद्रेश कुमार ने मुसलमानों की एक छोटी सभा को संबोधित किया. इंद्रेश कुमार ने कुरान का हवाला देते हुए गाय, राम मंदिर, तीन तलाक और तुलसी के बारे में मुसलमानों को जानकारी दी. इफ्तार पार्टी के दौरान ‘भारत माता की जय’ के साथ ‘मादर-ए-वतन जिंदाबाद’ के नारे लगे. साथ ही पाकिस्तान नहीं, हिंदुस्तान-हिंदुस्तान के भी नारे लगाए गए.
पार्टी में गाय के दूध और खजूर से रोजा खोला गया. इंद्रेश कुमार ने अपने हाथों से रोजेदारों को खजूर खिलाए.
इस इफ्तार पार्टी में तकरीबन 100 मुसलमानों ने शिरकत की. हालांकि, ज्यादातर रोज़ेदारों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि ये पार्टी आरएसएस की तरफ आयोजित की गई है. वहीं उनमें से काफी लोगों ने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच का नाम भी नहीं सुना था.
‘इफ्तार पार्टी सियासी नहीं’
इन्द्रेश कुमार ने कहा कि इस इफ्तार के आयोजन को सियासत के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. ये किसी एजेंडे का हिस्सा नहीं, बल्कि हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है.
उन्होंने कहा कि गाय को लेकर इस वक्त पूरे देश में एक माहौल है. वहीं तीन तलाक पर भी चर्चा गर्म है. साथ ही राम मंदिर का मसला भी इस समय चर्चा के केंद्र में है. ऐसे में इंद्रेश कुमार ने साफ कहा कि गाय सिर्फ हिंदुओं के लिए ही मां समान नहीं है, बल्कि पूरी मानवता के लिए मां है और कुरान में भी गाय का जिक्र मिलता है.