नई दिल्ली। खुद को ‘गौरक्षक’ के तौर पर पेश करने वालों द्वारा हाल में ही अलवर में कुछ लोगों पर हमला किया गया, जिसमें एक की जान चली गयी। घटना के प्रति सरकार की अनभिज्ञता पर गुरुवार को विपक्ष ने रोष प्रकट किया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भाजपा सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया। आजाद ने कहा, इन हमलों से भाजपा को छोड़ सभी अवगत हैं।
कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री ने शून्यकाल के दौरान मामले को उठाया और कहा कि खुद को गौरक्षक बताने वाले गायों की रक्षा के नाम पर लोगों का शोषण और हत्या कर रहे हैं। पूरे विपक्ष ने इस बात पर मिस्त्री का समर्थन किया। मिस्त्री ने कहा, राज्य सरकार इस मामले पर कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने आगे कहा, ‘राजस्थान में कानून तोड़ा गया। राज्य सरकार को हटा देना चाहिए।
राजस्थान पुलिस के अनुसार, ‘अवैध तरीके से गायों को हरियाणा की ओर ले जाने की सूचना मिलने पर बहरोड के निकट हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कथित मारपीट की। उन्होंने बताया कि मारपीट में हरियाणा के नूंह निवासी पहलू खां (50) समेत चार लोग घायल हो गये थे। उन्होंने यह भी बताया कि पहलू खां ने सोमवार रात को इलाज दौरान दम तोड दिया था।’
संसदीय मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ऐसा नहीं हुआ है। यह संवेदनशील मुद्दा है। जिस तरह का आरोप लग रहा है वैसा नहीं है। आजाद ने अखबार दिखाते हुए कहा कि पूरी दुनिया इसके बारे में जानती है, लेकिन सरकार को इस बारे में कुछ नहीं पता है। डिप्टी चेयरमैन पीजे कुरियन ने सरकार को आधिकारिक रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा।