नई दिल्ली, एजेंसी। राजस्थान के अलवर में एक शख्स की हत्या का मामला गर्मा गया है। पूरी घटना में गौरक्षकों पर आरोप लग रहे हैं। घटना को लेकर रजनीति गर्माने लगी है वहीं राज्य के गृहमंत्री ने कहा है कि दोषियों को जल्द सजा मिलेगी।
खबरों के अनुसार अलवर में मुस्लिम समुदाय के तीन लोग कुछ गायें टैंपो में लेकर निकले थे, जिनमें से एक अमर खान का शव रेलवे ट्रैक पर मिला। एक शख्स को गहरी चोटें आई हैं और तीसर अभी लापता है। परिवार का आरोप हैं कि इसके पीछे गोरक्षकों का हाथ है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि यह हत्या लूट के लिए की गई थी।
हालांकि, स्थानीय पुलिस और राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने इस घटना में गोरक्षकों का हाथ होने का दावा तो नहीं किया है, पर दोषियों को जल्द पकड़ने का भरोसा जरूर दिलाया है।
गुलाब चंद कटारिया ने कहा, ‘हम अभी तक यह नहीं कह सकते कि असल में यह मामला क्या है। लेकिन इतना जरूर भरोसा दिलाते हैं कि जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा और सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे। अभी तक मैं इतना ही बता सकता हूं कि एक वाहन से पांच गाय बरामद हुई थीं, जिनमें से एक की मौत हो गई थी। इसके बाद में एक शव बरामद किया गया, जिसे पीडि़त परिवार ने पहचान लिया। केस दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। इस मामले में एक शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है।’
ये है मामला
अलवर के रामगढ़ थाना क्षेत्र में 10 नवंबर को अलवर-मथुरा रेलवे ट्रैक पर मिले शव की शिनाख्त भरतपुर जिले के पहाड़ी क्षेत्र के घाटमीका निवासी 40 वर्षीय उमर खान के रूप में हुई। उमर के परिजनों ने आरोप लगाया कि उसे और उसके दो साथियों ताहिर और जावेद गायें लेकर भरतपुर जा रहे थे। तभी अलवर के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र में कुछ लोगों ने गाड़ी रुकवा ली और बंदूक-धारदार हथियारों से हमला कर दिया। कथित गोरक्षकों ने गोली मारकर उमर की हत्या कर दी, जबकि ताहिर खां को घायल कर दिया। तीसरा साथी जावेद अभी लापता है।