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Monday, February 17, 2025

‘असफलताओं के स्मारक’ वाले मनेरगा के लिए घोषित हुई रिकॉर्ड राशि

कांग्रेस नीत यूपीए सरकार की महत्वकांक्षी योजना मनरेगा की चर्चा गाहे-बगाहे जब भी संसद में होती है, या तो ठहाके लगते हैं या हंगामा शुरू हो जाता है। बुधवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली जैसे ही बजट में मनरेगा की चर्चा की सांसदों के चेहरे पर एक खास मुस्कुराहट दिखाई दी। इस बार बजट में मनरेगा के लिए पिछले साल के मुकाबले ज्यादा रुपये दिए गए हैं।

वित्त मंत्री ने जैसे ही मनरेगा का नाम लिया, सांसद हंस पड़े। विपक्ष के नेता खड़गे और राहुल गांधी भी हंसते दिखाई दिए। इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि मनरेगा पर मोदी सरकार पहले से ज्यादा फोकस कर रही है। मनरेगा के लिए पिछले साल 38000 करोड़ दिए थे, इस बार बजट में 48000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। 

वित्त मंत्री ने कहा कि मनरेगा में महिलाओं की भागीदारी 55 फीसदी हुई है। उन्होंने कहा कि मार्च 2017 तक मनरेगा के तहत 10 लाख तालाब बना लिए जाएंगे। साथ ही सरकार मनरेगा को भी नए तरीके से किसानों, मजदूरों के बीच लेकर जा रही है।

गौरतलब है कि संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हम विरासत में मिली पुरानी समस्याओं के समाधान की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस का नाम लिए बिना उन्होंने कहा था, “मेरी राजनैतिक सूझबूझ कहती है, मनरेगा कभी बंद मत करो. मैं ऐसी गलती कभी नहीं कर सकता, क्योंकि मनरेगा आपकी विफलताओं का जीता-जागता स्मारक है. 

उन्होंने कहा था कि आजादी के 60 साल बाद आपको लोगों को गड्ढे खोदने के लिए भेजना पड़ा. यह आपकी विफलताओं का स्मारक है, और मैं गाजे-बाजे के साथ इस स्मारक का ढोल पीटता रहूंगा. दुनिया को बताऊंगा, ये गड्ढे जो तुम खोद रहे हो, ये 60 सालों के पापों का परिणाम हैं. इसलिए मेरी राजनैतिक सूझबूझ पर आप शक मत कीजिए.

मनरेगा रहेगा, आन-बान-शान के साथ रहेगा, और गाजे-बाजे के साथ दुनिया में बताया जाएगा.

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