योगी के लिए पलकें बिछाये बैठी हैं मुस्लिम महफिलें
सप्ताह भर में मुख्यमंत्री को दर्जनों मुस्लिम धार्मिक कार्यक्रमों का मिला निमंत्रण
हजरत अली के जन्मदिन (13 रजब) की महफिलों में बतौर मेहमान-ए-खुसूसी तमाम आयोजकों ने समय मांगा
पत्रकार: योगी जी ईद कहां मनायेंगे?
योगी : मैं हिन्दू हूं।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के इस जवाब पर उठे सवालों को शांत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बुलाया गया तो मस्जिद भी जाएंगे। मुख्यमंत्री का आशय था कि मुसलमानों के त्योहारों की महफिलों और मुस्लिम धार्मिक स्थलों में जाने से उन्हें कोई परहेज नहीं। बुलाया जाएगा तो वो जरूर जायेंगे। इस बयान के बाद मुस्लिम धार्मिक कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री योगी को बतौर मेहमान-ए-खुसूसी (मुख्य अतिथि) निमंत्रण देने वालों की लाइन लग गयी है। दरगाह, कर्बला, इमामबाड़ों और मजारों जैसे धार्मिक स्थलों में आयोजित आगामी कार्यक्रमों के हर आयोजक की पहली ख्वाहिश है कि योगी जी उनके कार्यक्रमों की रौनक बनें।
त्योहारों की छुट्टी पर योगी सरकार की कैंची चलने के बाद भी हजरत अली की पैदाइश पर मनाये जाने वाले त्योहार ” 13 रजब” की छुट्टी बरकरार है। इस बात से और भी उत्साही शिया समुदाय के लोगों ने 13 रजब की महफिलों में मुख्यमंत्री को दावत दी है।
अब देखना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी अपने बयान के मुताबिक मुस्लिम धार्मिक कार्यक्रमों/धार्मिक स्थलों मैं शरीक होते है कि नहीं !
यदि योगी ऐसे किसी कार्यक्रम में जाते हैं तो मुख्यमंत्री का ऐसा कोई पहला कार्यक्रम होगा। क्योंकि मुख्यमंत्री योगी अभी तक किसी भी गैर सरकारी मुस्लिम धार्मिक कार्यक्रम में नहीं गये हैं।
ईद के दिन लखनऊ स्थित ऐशबाग ईदगाह के कार्यक्रम में परम्परा रही है कि ईद की बधाई देने के लिए मुख्यमंत्री जरूर शिरकत करते हैं। लेकिन पहली बार ऐसा हुआ था कि ईद पर मुख्यमंत्री ईदगाह नहीं पहुंचे थे। इनके स्थान पर उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने ईदगाह पंहुच कर ईद की मुबारकबाद दी थी। हांलाकि मुख्यमंत्री ने सरकारी प्रेस नोट के जरिए ईद की
बधाई दी थी।
-नवेद शिकोह