लखनऊ। UP राज्य विधानसभा के चुनाव के अन्तिम दौर में पहुंचने के साथ ही अब राजनीतिक गलियारों में लाख टके का सवाल तैरने लगा है कि आखिर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा)-कांग्रेस गठबंधन और राष्ट्रीय लोकदल समेत चुनाव लड रहे सभी छोटे-बडे दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं, लेकिन सेहरा किसके सिर बंधेगा, यह सवाल राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना है।
कुछ लोगों का मत है कि स्पष्ट बहुमत शायद ही किसी दल को मिले, लेकिन तमाम लातेग पिछले दो चुनावों और 2014 के लोकसभा चुनाव परिणाम के आधार पर कह रहे हैं कि जनता अब पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की पक्षधर हो गयी है, जिसे भी जितायेगी उसे पूर्ण बहुमत भी देगी।
इन चर्चाओं के साथ सट्टे का बाजार भी गर्म है। कई लोग अखिलेश यादव के दोबारा मुख्यमंत्री बनने के पक्ष में हैं, तो तमाम लोग मायावती को मख्यमंत्री बना रहे हैं। भाजपा से इस पद के लिए किसी को आगे नहीं करने की वजह से कई नेताओं के नामो को लेकर अटकलें लग रही हैं।