सीतापुर-अनूप पाण्डेय,आलम अंसारी/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर में”आखिर क्यों नही कर रही है सरकार गरीब विद्यार्थियो की मदद, ऐसा ही रहा तो 2024 तक भारत को विश्व गुरू बनने का सपना रह जायेगा अधूरा”पिछले वर्ष 2017 में भंडिया के पंकज शर्मा को अमेरिका की प्रतिष्ठित एजेंसी नासा को अपना मॉडल 25 मई 2017 को अमेरिका आकर दिखाने का न्यौता दिया था पर समय से पासपोर्ट न बन पाने के कारण पंकज अपनी थ्योरी दिखाने अमेरिका न जा सका। पंकज शर्मा को अमेरिका भेजे जाने के लिए/ मदद के लिए यह खबर प्रमुखता से छापी थी। आज पंकज को नासा का लेटर मिले एक साल पूरा हो गया है पर अभी तक प्रशासन ने पंकज की कोई मदद नही की। कई बार प्रशासन को पत्र लिख चुके पंकज ने बताया कि यदि सरकार उसकी कोई मदद कर दे तो वह ब्लैक होल जैसे जटिल रहस्यो के बारे में रिसर्च कर दुनिया को कई नई नई थ्योरिया देना चाहता है। पूरे एक साल से सरकारी पोर्टल पर, पत्र के माध्यम से, ईमेल के माध्यम से मदद की गुहार लगा रहा है पर आज तक किसी भी विभाग ने कोई मदद न दी और न ही कोई आश्वसन दिया। पंकज ने यह भी बताया कि माननीय मुख्यमंत्री कार्यालय के राहत कोष ने उसके आवेदन को चयनित क्र लिया है । पंकज ने दो बार माननीय मुख्यमंत्री जी को लिखा है कि उसकी जल्द ही मदद की जाए जिससे वह जल्द ही देश की सेवा कर सके। पंकज हाईस्कूल से ही रिसर्च करना चाहता था और सरकार को तब से लगातार पत्र भेज रहा है। यह एक सोचने की बात है कि आखिरकार सरकार ने अभी तक पंकज की कोई मदद नही की। पंकज ने यह भी बताया है कि उसने ब्लैक होल पर किया गया अपना एक अध्ययन भारतीय अन्तरिक्ष एजेंसी इसरो , अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा , माननीय प्रधानमंत्री जी को , विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग को भेजा है। यदि पंकज अपनी बात सिद्ध कर देता है तो वर्षो से चली आ रही ब्लैक होल की मिथक टूट सकती है और वह भी हमारे दायरे में आ सकता है। ऐसे में यदि सरकार पंकज की मदद कर दे तो पंकज पूरे विश्व को एक नया मोड़ दे सकता है।