डाक्टर तुषार ने कहा कि श्वह अप्रैल 2008 से बच्चों की मेमोरी ट्रेनिंग कर रहे हैं और इन बारह साल में लगभग 5 लाख लोगां की ट्रेनिंग कर चुके हैं। जबकि भारत में इस समय लगभग 15 करोड़ बच्चे क्लास 6 से लेकर किसी अन्य Competetive Exam की तैयारी कर रहे हैं, जिन्हं इन तकनीकों की जरूरत है मगर मेरे लिए यह लगभग असंभव है कि मैं इन सारे बच्चों की मदद कर पाऊँ, क्योंकि इन बारह साल में सिर्फ 5 लाख बच्चों को ही ट्रेन कर पाया हूँ।श्
आजकल के बच्चों के ऊपर काफी प्रेशर है जिसकी वजह से उनका परफारमेन्स भी खराब हो रहा है। वह इक्जाम में सिली मिस्टेक करते हैं जैसे प्लस की जगह माइनस और मानइस की जगह प्लस। पढ़े हुए आन्सर भी Examination हाल में याद नहीं आते बल्कि बाहर निकलने के बाद याद जाते हैं। बच्चों का Concentration भी सही नहीं है।
यह सारी छोटी छोटी दिक्कते है। इन्हें बड़ी ही आसानी से दूर किया जा सकता है। आज मैं अपना पहला आनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम लांच कर रहा हूँ जिसका नाम है How To Study Smartly & Score More In Exams” है। बच्चे घर बैठे इस कोर्स को ज्वाइन कर सकते हैं और अपने समय अनुसार लागइन करके मेरे लेक्चर सुन सकते हैं। इस कोर्स में मेरे 10 लेक्चर हैं, हर लेक्चर के बाद एक टेस्ट देना होगा और अगर आपका स्कोर 75 प्रतिशत से अधिक है तभी दूसरे लेक्चर को सुन सकेंगे। हर लेक्चर क बाद एक टेस्ट देना होगा और 10 लेक्चर पूरे करने के बाद बच्चों को एक Certificate भी दिया जायेगा।
अगला कोर्स अप्रैल 15 में अप्रैल 20 के बीच में लांच किया जायेगा, जिसमें Long Answer, History Dates, Melting Point, Places & Minerals, Diagram जैसी चीजों को साइंटिफिक और सरल तरीके से याद करना सिखाया जायेगा।
मेरा मानना यह हैकि भ्ंतकूवता तो बहुत जरूरी है मगर स्मार्ट वर्क भी उतना ही जरूरी है। अगर हम अपने पढ़ाई के तरीके सही समय पर नहीं बदलेगे तो हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।