साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण शाम 5.19 बजे शुरू होगा, जिसका असर रात 8.45 तक रहेगा। पंडित रमेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि ग्रहण के क्रम में शुभ काम नहीं करना चाहिए। छह घंटे पूर्व सूतक लगेगा। कुछ जानकार नौ घंटे पहले भी सूतक लगने की बात कह रहे हैं। सुबह की आरती के बाद ही अधिकांश मंदिरों के पट बंद हो जाएंगे। दर्शन के लिए एक जनवरी को ही मंदिरों के पट खुलेंगे। पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन चांद आमदिनों के मुकाबले बड़ा दिखाई देगा। पृथ्वी की आंशिक बाहरी छाया चंद्रमा पर पड़ेगी। आंशिक चंद्रग्रहण शाम पांच बजकर 19 मिनट से शुरू होगा। पूर्ण चंद्रग्रहण शाम 6.22 बजे से 7.38 बजे तक चलेगा। रात आठ बजकर 45 मिनट मोक्ष होगा। चंद्रमा पृथ्वी की छाया से पूरी तरह रात 9 बजकर 40 मिनट पर बाहर निकलेगा। वाममार्गी तांत्रित चंदन शास्त्री ने कहा कि यह ग्रहण घाटक साबित हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को सावधान रहने की जरूरत है। घर की खिड़कियों में काले कपड़े लगाकर रखें।