हल्द्वानी। बाजार में जीएसटी को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पूर्व में अधिकतम खुदरा मूल्य पर कर वसूलने को लेकर संशय पैदा हुआ था तो अब कर की दरों को लेकर असमंजस बन गया है। जीएसटी काउंसिल के बाद ग्राहक नई दरों पर कर देने की बात कर रहे है तो दुकानदार पुराने माल का हवाला देकर पुरानी दर से ही कर वसूल रहे हैं। वहीं, नई दरों पर कर वसूली आज से लागू हो जाएगी।
गुवाहाटी में 10 नवंबर को जीएसटी काउंसिल की बैठक हुई थी। इसमें रोजमर्रा की दर्जनों वस्तुओं को 18 फीसदी के स्लैब से हटाकर 12 और 5 फीसदी के स्लैब में लाया गया था। इसी तरह दर्जनों वस्तुओं को 28 फीसदी के स्लैब से हटाकर 18 फीसदी में लाया गया था। इस बैठक के बाद बाजार में भी हलचल हुई थी। दैनिक उपयोगी वस्तुओं पर कर की दरों को कम करने के बाद से बाजार में भी संशय बना हुआ है। ग्राहकों और दुकानदारों के बीच नई और पुरानी दरों को लेकर भिड़ंत भी हो रही है। डहरिया के दुकानदार मनोज जोशी बताते है कि ग्राहक इडली, डोसे के पेस्ट के लिए 5 प्रतिशत कर दे रहे हैं जबकि खरीदारी की थी तब 12 प्रतिशत कर था। इसी दर से कर चुकाया है अब सस्ते में देंगे तो नुकसान होगा।
क्या कहते हैं अफसर
जीएसटी की नई दरें आज से लागू होंगी, 14 नवंबर तक पुरानी दरों पर ही कर वसूली होगी। अब पुराने बचे माल पर दुकानदारों को आईटीसी दी जाएगी। – राहुल वर्मा, उप आयुक्त, राज्य कर हल्द्वानी