लखनऊ। दिल्ली से गिरफ्तार हुए आईएस आतंकी अबू यूसुफ उर्फ मुस्तकीम के आर्थिक स्रोतों का पता अभी नहीं चल पाया है, लेकिन रविवार को उसकी पत्नी ने बताया था कि बीते महीनों में उसके पास सऊदी अरब से जकात के रूप में 40 हजार रुपये आए थे। ये बात माता-पिता से अलग रह रहे यूसुफ ने केवल अपनी पत्नी को बताई थी। विदित हो कि सऊदी अरब में यूसुफ के मामा रहते हैं और उन्हीं के जरिए जकात का ये पैसा उसके पास आया था। हालांकि दिल्ली पुलिस और स्थानीय पुलिस की पूछताछ में यूसुफ ने अपनी फंडिंग के बारे में कोई खुलासा नहीं किया था।
गांव में दिखाता था दबंगई, रोक दिया था मस्जिद की मरम्मत का काम
शांत रहकर आतंकी साजिश रचने वाला मुस्तकीम खान उर्फ अबू यूसुफ समय पड़ने पर दबंगई भी दिखाता था। ये कहना है बढ़ाया भैसाही गांव के लोगों का। ग्रामीणों ने बताया कि करीब दो साल पहले गांव की पुरानी मस्जिद की मरम्मत का काम होना था।
काम शुरू होते ही यूसुफ ने इसे जबरन रुकवा दिया और कहने लगा कि यदि मरम्मत हुई तो किसी की खैर नहीं। मस्जिद की देखरेख करने वालों ने विवाद के डर से काम रुकवा दिया था। वह गांव के लोगों से बातचीत भी बहुत कम ही करता था।
लोगों का कहना है कि अमेरिका का नाम सुनते ही वह आगबबूला हो जाता था। वह अक्सर कहता था कि मेरे और अल्लाह के बीच में तीसरा कोई नहीं है। उसके अंदर ये बदलाव वर्ष 2015 में सऊदी अरब से लौटने के बाद आया था। इसके पहले उसका स्वभाव सामान्य था।