मैं क्रिकेट नहीं देखता फिर भी भारतीय टीम के साथ हूँ । वो लोग कमज़ोर होते हैं जो हार के वक्त साथ छोड़ देते हैं और हॉकी की जीत का जश्न मनाने लगते हैं। दरअसल, ऐसा करके हॉकी का मज़ाक उड़ा रहे हैं। अगर भारत जीत जाता तो तब भी क्या वे हॉकी की जीत को प्रमुखता देते? आज हॉकी का अपमान किया जा रहा है जो संयोग से राष्ट्रीय खेल है! कई एंकर हॉकी की जीत का ट्वीट कर रहे हैं जैसे उनके चैनल पर हॉकी ही कवर हो रहा था। ठाकुर ने चिरकुटों की फौज बनाई है। भीड़ में रहते रहते ऐसे लोग बुज़दिल होते जा रहे हैं। अकेले चलिये ताकत का अंदाज़ा होगा। भारतीय क्रिकेट टीम उम्दा टीम है। हारते रहना चाहिए ताकि जीत का स्वाद बना रहे। दाल भात की तरह तो मैच होते रहते हैं। कल फिर जीत जायेगा।