आगामी त्योहारो और मोहर्रम को देखते हुए पुलिस ने दंगे रोकने की मॉक ड्रिल की।मॉक ड्रिल का उद्देश्य किसी भी स्थिति मे दंगे पर काबू पाना और असामाजिक तत्वो पर नियंत्रण पाना था।अगर कोई भी दंगे की स्थिति बनती है तो पुलिस हमेशा दंगे से निपटने के लिए तैयार होनी चाहिए।
मोक ड्रिल अभ्यास में पुलिस पर हमला कर रहे बबालियों को कैसे नियंत्रित करना है तथा कहा आंसू गैस के गोले दागने है तथा किस परिस्थिति में फायर करना सब का अभ्यास किया।
मोक ड्रिल में नए भर्ती हुए प्रशिक्षुओ ने भी दंगे नियंत्रण का गुण सीखा।
जिलाधिकारी महोदय सेल्वा कुमारी जे,एसएसपी अशोक त्रिपाठी व पुलिस के आला अधिकारियो के दिशा निर्देश मे कृत्रिम परिस्थितियां बनायी गयी और आंसूगैस गोला चलाना आदि का अभ्यास किया गया।
इस मौके पर एसएसपी इटावा ने बताया की पुलिस ऐसी किसी भी परिस्थिति से निपटने मे सक्षम है।