यूपी में तीन दिन के धुंआधार चुनावी प्रचार अभियान के बाद बिना एक भी दिन गवाएं पीएम मोदी दो दिन के मिशन पर गुजरात पहुंच गए. समर्थकों ने बिना थके हुए काम करने का पीएम का अनोखा अंदाज बताया तो विरोधियों ने किला बचाने की मजबूरी. हम डालते हैं उन 5 कारणों पर नजर जिसके लिए यूपी की जीत बीजेपी और मोदी के लिए जरूरी है.
1. नोटबंदी पर जनमत संग्रह
यूपी का चुनाव बीजेपी के लिए इसलिए जीतना इसलिए जरूरी है क्योंकि यूपी के जनादेश को लोग नोटबंदी के फैसले पर जनता की राय के रूप में लेंगे. हाल के स्थानीय निकाय चुनावों में सफलता को बीजेपी ने नोटबंदी पर समर्थन के रूप में प्रचारित किया. लेकिन देश के सबसे बड़े राज्य यूपी का चुनाव पहला बड़ा चुनाव चुनाव होगा जहां नोटबंदी के फैसले की परीक्षा होगी. इसमें अगर बीजेपी जीतती है तो नोटबंदी को जनता के ग्रीन सिग्नल के रूप में प्रचारित करेगी लेकिन अलग चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहता है तो विपक्षी दलों के पास आधार मिल जाएगा ये कहने का कि जनता ने नोटबंदी के खिलाफ वोट किया.
2. 2019 की सेमीफाइनल
यूपी समेत 5 राज्यों का चुनाव बीजेपी के लिए 2019 के आम चुनाव से पहले सेमीफाइनल माना जा रहा है. अगर बीजेपी देश के सबसे बड़े राज्य में सत्ता कब्जाने में सफल रहती है तो इस मोदी सरकार की नीतियों की जीत मानी जाएगी. लेकिन अगर बीजेपी यूपी की सत्ता से दूर रह जाती है तो बाकी राज्यों में आगे आने वाले चुनावों में भी इसका असर होगा. दिल्ली और बिहार के चुनावों में करारी हार के बाद बीजेपी के लिए यूपी की जीत संजीवनी के समान होगी.
3. राज्यसभा का गणित
बीजेपी लोकसभा में भले अपने बूते सत्ता में हो लेकिन ऊपरी सदन राज्यसभा में बहुमत नहीं होना उसे अपनी नीतियों को लागू कर पाने में बड़ी रुकावट है. तमाम ऐसे विधेयक हैं जो लोकसभा से पास होकर राज्यसभा में जाकर अटक जाते हैं. तब बीजेपी को विपक्षी दलों को साथ लेना पड़ता है. यूपी से सबसे ज्यादा राज्यसभा की 30 सीटें हैं. ऐसे में सबसे बड़े राज्य यूपी में जीतकर बीजेपी राज्यसभा का समीकरण भी बदलना चाहेगी ताकि अपनी नीतियों को लागू करने में उसे सहूलियत हो सके.
4. राष्ट्रपति चुनाव की चुनौती
25 जुलाई 2017 से पहले राष्ट्रपति का भी चुनाव होना है. इसमें जीते के लिए बीजेपी के लिए यूपी की जीत बहुत जरूरी है. राष्ट्रपति के चुनाव में यूपी की काफी अहमियत रहती है. यहां से 403 विधायक, 30 राज्यसभा सदस्य और विधान परिषद की 100 सीटें हैं. राष्ट्रपति चुनाव में यूपी के महत्व का इसी से पता लगता है. केंद्र की सत्ता में होते हुए अगर बीजेपी राष्ट्रपति चुनाव में अपने कैंडिडेट नहीं जीता पाती तो उसके लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन जाएगी. इसलिए भी यूपी की जीत उसके लिए जरूरी है.
5. जीएसटी लागू करने के लिए राज्यों में सरकार जरूरी
1 जुलाई से गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी जीएसटी लागू होना है. देश के आर्थिक व्यवस्था में ये बड़ा बदलाव होगा. इसमें राज्यों की काफी भूमिका होगी. गैर बीजेपी शासित राज्यों की ओर से कई मुद्दों पर विरोध के स्वर भी उठेंगे. ऐसे में बीजेपी सबसे बड़े राज्य यूपी में जीतकर अपनी आवाज बुलंद रखनी चाहेगी. मोदी सरकार जीएसटी को एक बड़े आर्थिक सुधार के रूप में पेश कर रही है और यूपी जीतकर वह अपनी आवाज और बुलंद करनी चाहेगी.