पारसमणि अग्रवाल-लखनऊ:NOI।
कोंच – ‘‘इप्टा की कार्यशाला आत्मविश्वास जागृत करने का कार्य करती है।’’ यह बात अमरचन्द्र महेश्वरी इण्टर कालेज में चल रही भारतीय जन नाट्य संघ इप्टा की ग्रीष्मकालीन बाल एवं युवा रंगकर्मी नाट्य कार्यशाला में अपने अनुभवों को नये रंगकर्मियों के साथ साझा करते हुये इप्टा रंगकर्मी इकरा ने कही । उन्होने कहा कि इप्टा कार्यशाला में मैनें विगत वर्ष भी सहभागिता की थी इप्टा के प्रशिक्षण से मेरा आत्मविश्वास जाग्रत होने के साथ-साथ मेरे हुनर में निखार आया।
इप्टा रंगकर्मी तैय्यबा ने अपने अनुभवों को बताते हुये कहा कि इप्टा की कार्यशाला बौद्धिक विकास में अहम भूमिका का निर्माण करती है। यह कार्यशाला खुद को खुद से परिचित कराने का कार्य करती थी विगत वर्षों से मैं इप्टा से जुड़ा हुआ हॅू इप्टा के साथ कार्य कर न सिर्फ मैं अपनी प्रतिभा को निखार रहा हॅू बल्कि विभिन्न अवसरों को प्रदान कर इप्टा एक मुकम्मल मंच उपलब्ध करा रही है।
टी0डी0 वैद रंगकर्मी स्मृति सम्मान 2017 एवं आनन्द जीत रंगकर्मी सम्मान से अंलकृत हो चुके अंकुर राठौर ने इप्टा के द्वारा प्रदान किये गये ओरछा फिल्म फेस्टिवल के इंटरनेशनल मंच का जिक्र करते हुये कहा कि इप्टा प्रतिभाओं को तैयार करने के साथ-साथ उन्हें सफलता की दहलीज तक पहुॅचाने के लिये बेहतर अवसरों का भी सृजन करती है। विगत दिनों इप्टा द्वारा ओरछा फिल्म फेस्टिवल में भेजा गया था जहा न सिर्फ चीजों को देखने समझने का मौका मिला बल्कि फिल्म निमार्ण कार्यशाला में सिनेमा जगत के दिग्गजों से भी प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिला निश्चित तौर पर यह मेरे लिये एक सपना जैसा था लेकिन इसे साकार रूप देने का काम इप्टा ने किया है।
इप्टा झांसी से जुड़े रंगकर्मी पुष्पेन्द्र ने भी कर्नाटक के बीजापुर में जल सम्मेलन में सहभागिता का श्रेय इप्टा को प्रदान करते हुये कहा कि जल सम्मेलन में बिताया गया एक-एक लम्हा यादगार और सिखाने वाला रहा। नदी के संरक्षण को लेकर बहुत ही दुर्लभ जानकारियां इस जल सम्मेलन में प्रदान की गई थी । खास बात तो यह है कि जल सम्मेलन में पूरी टीम को जल नायक की उपाधि से नवाजा गया जिसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ इप्टा को जाता है।
इस अवसर पर इप्टा कोंच के संरक्षक अनिल वैद ने कहा कि कला की असली नायक जनता है इप्टा अपने इस कथन के साथ निरन्तर समाजोत्थान के लिये कार्यरत है इप्टा की कार्यशाला निरन्तर प्रतिभाओं को निखारने का कार्य कर रही है। इप्टा का हर सम्भव प्रयास है कि प्रतिभाओं को उस मुकम्मल मुकाम तक पहुचाया जाये जिसकी वह असली हकदार है।
इस अवसर पर इप्टा कोंच के संस्थापक अध्यक्ष / प्रातीय सचिव डाॅ0 मु0 नईम वाॅवी , महासचिव राषिद अली, सचिव पारसमणि अग्रवाल, कोषाध्यक्ष भास्कर गुप्ता ने भी अपने सम्बोधन में रंगकर्मियों की हौसला अफजाई की ।
गौरतलब हो कि जनपद जालौन के कोंच में इप्टा प्रतिवर्ष निःशुल्क ग्रीष्मकालीन बाल एवं युवा रंगकर्मी नाट्य कार्यशाला को लगा न सिर्फ गलैमर की चकाचैंध से अलग रंगमंच की कला को संरक्षित करने का कार्य कर रही बल्कि नगर व क्षेत्र में मौजूद प्रतिभाओं को निःशुल्क निखार कर उन्हें मुकम्मल मुकाम तक पहुचाने का कार्य निरन्तर कर रही है।