नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार जिसका पिछले तीन सालों से इंतजार कर रही थी वो सफलता उन्हें आखिरकार बुधवार को मिल गई। भारतीय रुपए ने मजबूती पकड़ी और पिछले दो सालों में डॉलर के मुकाबले सबसे सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया। बुधवार को भारतीय रुपया 63.73 स्तर के साथ डॉलर के मुकाबले सबसे ऊंचे स्तर पर पंहुच गया
पिछले दो सालों में रुपए का सबसे बेहतर प्रदर्शन रहा है। इससे पहले मंगलवार को यह डॉलर के मुकाबले 64.07 के स्तर पर बंद हुआ था। जानकारों के मुताबिक इस वक्त रुपया अंतरराष्ट्रीय बाजार में दुनिया की सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली मुद्रा है। भारतीय रुपए ने डॉलर के मुकाबले 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है। आइए आपको भारतीय रुपए की मजबूती से जुड़ी पांच अहम बातों के बारे में बताते हैं।
1. रुपए की मजबूती के पीछे घरेलू स्टॉक और ब्रांड बाजार में विदेशी मुद्रा के निवेश को एक वजह माना जा रहा है। इस महीने भारतीय मुद्रा बाजार में 30 अरब डॉलर का प्रवाह हुआ है।
2. भारतीय बाजार में विदेशी मुद्रा के आगमन की वजह स्टॉक मार्केट ने नई ऊंचाईयों को छुआ। निप्टी इस साल एशिया में सबसे अधिक प्रदर्शन करने वाला मार्केट बना।जिसका असर रुपए के मजबूती पर पड़ा है।
3. कम मुद्रास्फीति, चालू घाटे में कमी और इकॉनोमिकल ग्रोथ की वजह से रुपए का प्रदर्शन अच्छा रहा है।
4. रुपए की मजबूती के पीछे एक बड़ी वजह है वैश्विक रूप से डॉलर का कमजोर होना। डॉलर का प्रदर्शन पिछले 15 महीनों में सबसे कमजोर रहा है, जो रुपए के लिए अच्छा साबित हुआ।
5. जानकारों के मुताबिक बारतीय बाजार में विदेशी मुद्रा का प्रवाह इस साल रुपए के प्रदर्शन को निर्धारित करेगा।