लखनऊ, NOI । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ कैबिनेट में मंत्री रहे नारद राय ने रविवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का दामन थाम लिया। नारद राय को मुलायम और शिवपाल यादव का करीबी माना जाता है।
इससे पहले अंबिका चौधरी भी समाजवादी पार्टी (सपा) छोड़कर बसपा में शामिल हो गए थे। उनके बसपा में आने पर पार्टी प्रमुख मायावती ने कहा था कि शिवपाल यादव भी आएं तो उनका स्वागत है। लखनऊ में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने नारद राय को बसपा की सदस्यता दिलाई। राय ने कहा कि सपा में जब मुलायम का ही सम्मान नहीं है, तब वहां रहने का कोई मतलब नहीं था।
राय ने कहा कि सपा अपनी नीतियों से भटक गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिस तरह का व्यवहार अपने पिता के साथ किया, वह काफी दुखद है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। कभी शिवपाल की पहल पर कौमी एकता दल (कौएद) का सपा में विलय हो गया था, लेकिन अखिलेश को यह मंजूर नहीं हुआ। मुलायम झुके थे और विलय वापस ले लिया गया। कौएद के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और अफजल अंसारी परिवार सहित अब बसपा में शामिल हो गए हैं। अंसारी बंधुओं की भले ही आपराधिक छवि रही हो, लेकिन ये पूर्वाचल में गहरी पैठ रखने वाले नेता हैं।