नई दिल्ली। ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे पर विपक्षी दलों के साथ मिलकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही कांग्रेस पर उसके ही दिग्गज नेता ने हमला बोला है। पूर्व कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने बुधवार को कहा कि ईवीएम पर सवाल उठाना ‘पराजयवादी’ मानसिकता को दर्शाता है। मोइली ने कहा कि कांग्रेस अपनी हार का बहाना खोज रहे क्षेत्रीय दलों के झांसे में आ गई है।
आपको बता दें कि मंगलवार को 16 विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम के खिलाफ चुनाव आयोग में याचिका दाखिल की थी, जिसमें कांग्रेस भी शामिल थी। वीरप्पा मोइली ने कहा, ‘मैं एक कानून मंत्री रहा हूं। मेरे कार्यकाल के दौरान ही ईवीएम से वोटिंग शुरू कराई गई और उस समय भी ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें आईं। उस समय हमने उस मशीनों की जांच कराई और आप जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ। आपको इतिहास नहीं भूलना चाहिए।’
‘कांग्रेस ने हमसे कोई चर्चा नहीं की’
मोइली ने कहा, ‘आप सोच रहे हैं कि ईवीएम के खिलाफ एक मजबूत हवा चल रही है तो आप भी उसमें शामिल हो जाएं।’ कांग्रेस के दूसरे विपक्षी दलों के साथ मिलकर चुनाव आयोग में जाने के सवाल पर मोइली ने कहा कि हमें वहीं नहीं जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि इस बारे में कांग्रेस ने उनसे कोई चर्चा नहीं की। ना ही उनसे कोई राय ली गई।
‘जो हार गए, वही सवाल उठा रहे हैं’
वीरप्पा मोइली ने कहा, ‘हम जानते हैं कि ईवीएम एक सही व्यवस्था है। यूपीए के कार्यकाल में हमने ईवीएम की जांच भी कराई। दरअसल ईवीएम असली वजह नहीं है। केवल हारे हुए दल ही ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं, उनके अलावा किसी को ईवीएम से दिक्कत नहीं है।’ उन्होंने कहा कि कहीं कहीं ईवीएम में छोटी-मोटी दिक्कतें हो सकती हैं लेकिन उन्हें सुधारने का भी एक सिस्टम है।