लखनऊ,एजेंसी-9 सितम्बर। उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए यह खुशखबरी है। खासतौर से उनके लिए जो विदेश में नौकरी करना चाहते हैं। अप्रवासी भारतीय विभाग उत्तर प्रदेश के पांच लाख लोगों को विदेशों में नौकरी दिए जाने की ठोस व्यवस्था करेगा। विदेशों में रोजगार के इच्छुक प्रदेशवासियों को प्रशिक्षित करने और प्रदेश सरकार की योजना से अवगत कराने के लिए यहां दो दिवसीय वर्कशॉप हुई।
वर्कशॉप में विभाग के सलाहकार मधुकर जेटली ने कहा कि अप्रवासी भारतीय विभाग ने प्रदेश के लोगों को विदेशों में नौकरी करने तथा रोजगार के अवसर सुलभ कराने के लिए सराहनीय पहल की है। एनआरआई विभाग एवं उप्र वित्तीय निगम के प्रकोष्ठ की ओर से प्रदेश के पांच लाख व्यक्तियों को विदेशों में नौकरी व रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की सक्रिय एवं ठोस व्यवस्था की जाएगी।
जेटली ने कहा कि प्रदेश के लोगों में कौशल विकास, क्षमता विकास तथा उनकी योग्यता के अनुसार, नौकरी के अवसर सुलभ कराने के लिए ही एनआरआई विभाग ने यह दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है। विदेशों में रोजगार एवं नौकरी के इच्छुक व्यक्तियों को वहां भेजे जाने की व्यवस्था एनआरआई विभाग की वित्तीय निगम के प्रकोष्ठ द्वारा की जाएगी। विदेशों में नौकरी के इच्छुक प्रदेश के नागरिकों को शासन स्तर से हर प्रकार की सुविधायें उपलब्ध कराई जाएगी।
कार्यशाला में अप्रवासीय भरतीय विभाग के प्रमुख सचिव संजीव सरन, प्रमुख सचिव श्रम अरुण कुमार सिन्हा, सचिव कौशल विकास विभाग भुवनेश कुमार, प्रबंध निदेशक उप्र वित्तीय निगम कानपुर इफ्तेखारूद्दीन, प्रभारी एनआरआई विभाग वित्तीय निगम नोएडा आरके यादव, तथा अमित भारद्वाज, डॉ. के.वी. स्वामी ने विदेशों में नौकरी तथा रोजगार करने के इच्छुक प्रदेश के नागरिकों को दी जाने वाली शासकीय सुविधाओं तथा कार्यो के विषय में विस्तृत जानकारी दी।