जन सेवा पर आधारित न्यूज़ वन इंडिया की एक खास पेशकश…..
इस्लामिक नुक़्ते नज़र से ये बात वाजे होती है कि इस दुनिया और इन्सान की उतपत्ति अल्लाह रब्बुल इज्जत ने अपने और अपनी इबादत कराने के लिए पैदा फ़रमाया है।अल्लाह पाक की इबादतों में से एक अल्लाह की बनाई हुई मखलूक की इज्जत और हिफाजत करना भी है,तभी अल्लाह के हुक्म से हम सभी को अपने आस पास और अपने रकीबों की मदद करने की अहमियत बयान की है और अल्लाह के इसी फरमान को आगे बढ़ते और अपनी जिंदगी में उतरते हुये गरीब और बेसहारा लोगों की मदद का जज्बा रखते हुये बहराइच जनपद के सीमावर्ती कस्बा रुपईडीहा निवासी डा0 हबीब उल्ला जो पेशे से एक हडडी रोग विशेषज्ञ हैं जो जो पिछले एक लम्बे अरसे से पड़ोसी जनपद गोण्डा के कर्नलगंज कस्बे में अपना क्लीनिक खोल कर जनता की सेवा कर रहे हैं।वैसे तो डा0 हबीब उल्ला ने बहराइच अपनी चिकित्सकीय शिक्षा पूरी करने के बाद अपने गृह क्षेत्र रुपईडीहा में ही अपनी क्लीनिक खोल कर जनता की सेवा करने की पहल की थी परन्तु कुछ समय पश्चात हर इंसान की तरह इनकी जिंदगी में भी कुछ ऐसे मोड़ आ गये जिसकी वजह से न चाहते हुए भी इन्हें अपना घर बार और परिवार से बिछड़ते हुये वनवास झेलना पड़ा और अपनी अपनी को साथ लेकर किसी अनजाने सफर पे निकल पड़े लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था और इनका पड़ाव कर्नलगंज में हो गया जहां उन्हें जनता की सेवा करने का जो मनोबल मिला उसके मुताबिक वह कर्नलगंज के ही होके रह गये।अपने कैरियर के दौरान महसूस किये गये गरीब बेसहारों के दर्द को लेकर इंसानी सेवी का इनका जज्बा और भी पक्का होता गया और इसी के मुताबिक इनके दिमाग मे उपजे एक जनसेवा के भाव ने फैसला लेते हुये कुछ ऐसा करने की कूवत पैदा की और इन्होंने वर्ष 2015 में एक ऐसी संस्था का गठन कर उसको अमली जामा पहनाते हुए 5 दिसम्बर 2015 को ” डोनेट वन रूपी ” नामक ट्रस्ट के रजिस्ट्रेशन करा कर जनता को समर्पित कर दिया।इस ट्रस्ट के द्वारा जन सामान्य से एक रुपया प्रति दिन के हिसाब से सहायता ली जाती है जिसके जरिये आने वाले 2020 तक इकट्ठा की गई रकम से तराई के इस पिछड़े इलाके में एक ऐसा अस्पताल तैयार होना है जिसमें वह सभी सुविधाएं व डॉक्टर्स उपलब्ध रहेंगे जो लखनऊ जैसे महानगरों में उपलब्ध हैं।डा0 हबीब उल्ला के प्रयासों से जहां ऐसे डॉक्टरों से सहमति मिल चुकी है वही अपने निजी श्रोतों से इन्होंने कर्नलगंज और जरवल रोड के बीच जमीन खरीद कर उस पर अस्पताल की आधार शिला रख दी गयी है।अभी तो डा0 हबीब उल्ला अपनी कमाई से गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज करने के साथ ही अस्पताल भवन निर्माण में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इस पुण्य काम मे आप सभी की हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिये हर सभी को अवसर उपलब्ध कराते हुये एक रुपया प्रति दिन दान देकर लोगों की मदद करने का मौका दिया है।इस अस्पताल में गरीब मरीजों का जहां 50 प्रतिशत मूल्य पर इलाज कराने की व्यवस्था की गई वही आपके इस सहयोग से ही अति गरीब लोगों के मुफ्त इलाज के भी व्यवस्था की गई है,यही नही सामान्य लोगों को भी सस्ता इलाज उपलब्ध कराने इस ट्रस्ट की विशेषता रखी गयी है।अब सवाल पैदा होता है कि डा0 हबीब उल्ला ने तो इस जनसेवा का बिगुल तो बजा दिया है और उसकी शुरुआत भी कर दी है लेकिन इसको अंजाम तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है लिहाजा हम सब एक जुट होकर अपने जेब खर्च से एक रुपया इस ट्रस्ट के खाते में डालें और अल्लाह की मखलूक की मदद के लिये अपना हाथ बढाये,क्या पता हमारा ये अमल हमारी बख्शिश का सहारा बन जाये।