इटावा। विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी, मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव का एक ही मतलब था लेकिन अब इन शब्दों के मायने बदल गए हैं। सपा के गढ़ इटावा में अब दो तरह के समर्थक हैं। एक समर्थक हैं अखिलेश यादव के जो खुद को समाजवादी पार्टी के समर्थक बताते हैं। दूसरे समर्थक हैं शिवपाल यादव के, जो खुद को मुलायम सिंह यादव के समर्थक बताते हैं। इनका साफ कहना है कि कि वे अब समाजवादी नहीं रह गए हैं बल्कि मुलायम यादव के समर्थक हैं।
हम समाजवादी थे अब नहीं
शिवपाल यादव की तरफ से 15 अगस्त को शहीद श्रद्धांजलि यात्रा निकाली गई थी। शिवपाल और मुलायम के समर्थकों ने हर जगह लोगों से अपील की कि वे अब समाजवादी नहीं रह गए हैं, वे तो बस मुलायम समर्थक हैं। अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे रामसेवक यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे जनता से अपील कर रहे हैं कि, अब हम लोग समाजवादी नहीं रह गए हैं अब हम मुलायम यादव के लोग हैं। मुलायम सिंह की वजह से समाजवादी पार्टी और साइकिल की वजूद है, अगर वे नहीं तो हम भी नहीं हैं।