महाराष्ट्र। आम तौर पर हम हिन्दू मुस्लिम के बीच तनाव की खबरें सुनते रहते हैं। लेकिन इस बार कुछ मुस्लिम यूवाओं ने ऐसा काम करके दिखाया है, जो हमारे देश के सेकुलर होने का प्रमाण देता है। दरअसल कुछ मुस्लिम युवाओं ने ठाणे के नजदीक कौसा इलाके में 65 वर्षीय एक हिन्दू व्यक्ति का अंतिम संस्कार पूरे मान-सम्मान के साथ हिंदू रिवाज से कर मानवता की एक नई मिसाल कायम की है।
बताया जा रहा है कि वमन कदम का निधन सोमवार पांच सितम्बर को हो गया था। उसके घर में पत्नी को छोड़ कर उसका अंतिम संस्कार करने के लिए कोई अन्य सदस्य मौजूद नहीं था। लम्बे इंतजार के बाद भी कोई रिश्तेदार के अंतिम संस्कार करने के लिए सामने नहीं आया। तब वहां पर मौजूद आठ मुस्लिम लड़कों नें खुद पहल करते हुए उनके अंतिम संस्कार की तैयारियों का जिम्मा अपने ऊपर ले लिया।
इन युवकों ने अंतिम संस्कार को पूरा करने के लिए आवश्यक सामान जैसे बांस, रस्सी, मटका, अगरबत्तियां, सफेद कपड़ा खरीदा। इसके बाद ये युवक शव को सुबह तीन बजे श्मशान घाट ले गए और मृतक वमन कदम का अंतिम संस्कार कर दिया।
इन मुस्लिम यूवाओं के इस नेक काम को सारे इलाके में सराहा जा रहा है। इलाके के विधायक जितेन्द्र अवहाद ने अपने फेसबुक वॉल पर इन यूवाओं के काम की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे देश में सबकी सोच ऐसी हो जाए तो सारे दंगे फसाद ही खत्म हो जाएंगे।