नेशनल क्राइम रेकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में आज महिलाओं के साथ रेप के मामले 17 वर्ष पहले की तुलना में लगभग दोगुने हो गए हैं। इस तरह के कई मामलों में इंसाफ काफी मुश्किल से मिलता है। पीड़ित और उनके परिवार को समाज में भी काफी अपमानित किया जाता है और उनसे दूरी बनाते हुए उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है। तो यह स्थिति क्या अपराधियों को बचाने या उन्हें सुरक्षा कवच देने का काम करती है?किसी भी समाज में किसी भी तरह की अराजकता फैलाने वाली घटना, आपराधिक वारदात या किसी भी तरह के बदसलूकी के खिलाफ मजबूती से आवाज उठाने का भरोसा किया जाता है और इन घटनाओं को ज्यादा देर तक छिपाया नहीं जा सकता।एमएक्स प्लेयर आपके लिए एक नौजवान मनीष की दिलों पर जबर्दस्त असर डालने वाली कहानी लेकर आया है। मनीष का किरदार सागर वाही ने निभाया है। मनीष अपनी प्रेमिका पुनीता (ऐश्वर्या शर्मा) के साथ हुए रेप का बदला करने के लिए खून-खराबे पर उतर आता है। इस छोटे से शहर पर राज करने वाले सत्ता के भूखे और लालची लोग पुनीता को बड़ी बेरहमी और निर्ममता से रेप का शिकार बनाते हैं। रौंगटे खड़े कर देने वाले इस शो में एक व्यक्ति की शक्ति को दिखाया गया है। ये शो हमें भीतर तक झकझोर देता है। साथ ही यह एक महत्वपूर्ण सवाल भी उठाता है कि क्या देर से मिलने वाला इंसाफ न्याय न मिलने के बराबर है? कभी-कभी जब पीड़ित अपराधियों से बदला लेने की जिम्मेदारी अपने हाथों में ले लेता है तो क्या इससे अपराधियों के दिल में डर पैदा किया जा सकता है?