दीपक ठाकुर-NOI।
एक तरफ जहां प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह अपनी विजय को अद्भुद बताने में व्यस्त है वहीं दूसरी तरफ विपक्ष भी इस फिराक में लगा है कि कहीं कोई गुंजाइश बचे तो उसे हाथ से जाने ना दिया जाए।अपनी इसी सोच के साथ विपक्षी खेमे को जोड़ने का प्रयास किया है आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्र बाबू नायडू ने जो आज यूपी में में महागठबंधन के सूत्रधार से मिलने लखनऊ पहुंचे।
चंद्रबाबू नायडू यूपी को लेकर कितने संजीदा है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां आने से पहले वो दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने पहुंचे थे उनसे मुलाकात के बाद उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात करने का मन बनाया।
यूपी में जैसा कि सभी जानते हैं कि यहां त्रिकोणीय मुकाबला है यहां भाजपा के खिलाफ महागठबंधन है जिसमे फिलहाल कांग्रेस की एंट्री नही है इसलिए कांग्रेस अलग से इस चुनावी मैदान में है और विपक्ष ये चाहता है कि यूपी में कांग्रेस को नतीजों के बाद महागठबंधन में शामिल किया जाए तब कहीं भाजपा को रोकने में कामयाबी मिल सकती है
तो चन्द्र बाबू नायडू इसी कोशिश के साथ दिल्ली से यूपी आये और उम्मीद की जानी चाहिए कि अपने इस मिशन में उन्हें सफलता भी हासिल हुई होगी।क्योंकि सभी को ये पता है कि भाजपा को रोकने के लिए महागठबंधन का नतीजों बाद विस्तार होना भी तय है।