दीपक ठाकुर:-NOI।
गरू दिन समाप्त होने के बाद लोग इस इंतज़ार में थे कि नवरात्रि में अपना अच्छा काम शुरू कर देंगे।और आज के समय मे अपना घर लेने से अच्छा काम और क्या हो सकता बस इसी आशा में लोग अपने भवन भूखण्ड की रजिस्ट्री कराने कैसरबाग स्थित रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचने लगे लेकिन उस वक़्त उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा जब वहां जा कर ये पता चला कि अभी सरवर खराब है इस कारण रजिस्ट्री का कार्य बाधित है।ये पढ़ते ही लोग निराश हो कर वही बैठे बैठे ये कहते नज़र आये के काहे विभाग ने इसका कोई वैकल्पिक सामधान नही किया था जब मालूम था कि नवरात्रि पर यहां लोगो की काफी भीड़ होगी और लोग यहां कितनी दूर दूर से आते हैं।
रजिस्ट्री कराने आये लोग हताश और निराश दोनो थे हताश इस बात को लेकर हुए के कितने दिनों से जिस रजिस्ट्री का उन्हें इंतज़ार था वो दिन तो आया पर सरवर ने उन्हें वो खुशी हासिल नही होने दी।और निराश इसलिए के ऑनलाईन सेवा कब धोखा दे जाए इसका कोई भरोसा भी नही जबकि इसके बिना रजिस्ट्री हो पाना ही अब असंभव हो गया है।
यहां देखने वाली बात है कि हर आदमी जानता है कि नवरात्रि अच्छे दिनों की शुरुआत के तौर पर देखी जाती है और इन दिनों में कोई भी काम बिना पण्डित की सलाह के भी सही माने जाते है इसी कारण लोग इन दिनों में ही बड़े बड़े काम को करना भी चाहते हैं।लेकिन रजिस्ट्री कार्यलय में इसका कोई विशेष महत्व होता हमे तो नही दिखाई दिया वहां से सबसे ज़्यादा राजस्व लेने वाली हमारी सरकार भी उन लोगो के बारे में ज़्यादा गंभीर नज़र नही आई जो दूर दराज से यहां आकर रजिस्ट्री कराते हैं जिसमे काफी वक्त भी लगता है।अगर सरकार ने इस ओर भी ध्यान दिया होता या ऑनलाइन के अलावा कोई और विकल्प भी रखा होता तो आज रजिस्ट्री कार्यालय में मायूसी ना दिखाई देती क्योंकि वैसे भी रजिस्ट्री कराने में लोगो के पसीने छूट जाते है और उसपर से सरवर की खराबी का हवाला देना किसी के ज़ख्मो पर मरहम जैसा नही बल्कि नमक जैसा काम करने वाला साबित हो रहा है।