कलाम की 87वीं जयंती पर “एक शाम… कलाम जी के नाम” का हुआ आयोजन
लखनऊ, 15 अक्टूबर। गोमती नगर स्थित इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में देश के महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज 87वीं जयंती मनाई गई। कलाम ड्रीम्ज़ फाउंडेशन व उम्मीद संस्था के तत्वावधान में सोमवार 15 अक्टूबर को इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में “एक शाम…कलाम जी के नाम” का आयोजन हुआ। ‘जनता के राष्ट्रपति’ अब्दुल कलाम की 87वीं जयंती पर सभी ने उन्हें याद कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर यहाँ मौजूद सभी ने सबसे पहले डॉ.कलाम जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम कैबिनेट मंत्री व राज्य मंत्री अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अतिथियों में कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, एडिशनल चीफ सेक्रेटरी आईएएस चंद्रप्रकाश जी, आईएएस डॉ. हहरिओम ने डॉ. कलाम के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। अतिथियों ने कहा कि डॉ. कलाम एक असाधारण व्यक्तित्व के स्वामी थे। वे एक आला दर्जे के वैज्ञानिक थे, तो उच्च कोटि के शिक्षक और एक बेहतरीन लेखक भी थे। वे साहित्य में रुचि रखते थे, कविताएं लिखते थे, वीणा बजाते थे और आध्यात्म से भी गहराई से जुड़े थे, इन सबसे बढ़कर एक अच्छे इंसान थे।
वहीँ कलाम ड्रीम्ज़ फाउंडेशन के फाउंडर ट्रस्टी समीर शेख ने कहा कि, “डॉ. कलाम की भारत को सबसे बड़ी देन यही थी कि उन्होंने करोड़ों आंखों को बड़े सपने देखना सिखाया”। इस मौके पर कलाम से जुड़ी यादों पर बनी वीडियो भी दिखाई गई और मशहूर सिंगर जुनैद ने उनकी याद में कई मोटिवेशनल गाने भी गाये। इसके अलावा उम्मीद संस्था के संस्थापक बलबीर सिंह मान ने भी पूर्व राष्ट्रपति कलाम को याद कर उन्हें नमन किया। इसके अलावा कार्यक्रम में ड्रीम्ज़ ग्रुप (परिवार) के सैकड़ों सदस्य व उम्मीद संस्था के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।