भोपाल। 13 साल में यह पहली बार हो रहा है जब शिवराज सिंह की सरकार कांग्रेस के किसी प्रदर्शन से इस कदर घबरा गई कि उसने रातों रात चुपके से कांग्रेस से पोस्टर ही हटा डाले। इसकी खबर जब कांग्रेसियों को लगी तो उन्होंने नगरनिगम की वो गाड़ी घेर ली, जिसमें सारे पोस्टर उतारकर भर लिए गए थे। हालात यह बने कि मौजूद कर्मचारी गाड़ी छोड़कर भाग गए। कांग्रेस 22 फरवरी को विधानसभा का घेराव करने जा रही है।
इस घेराव कार्यक्रम को लेकर कांग्रेसी उत्साहित हैं। हाईकमान ने कार्यक्रम को सफल बनाने की कमान सिंधिया और कमलनाथ को सौंप दी है। दोनों नेता उत्तर और दक्षिण से एक साथ पूरा जोर लगा रहे हैं। भोपाल में प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव समन्वय का काम देख रहे हैं। हर जिले से बड़ी संख्या में कांग्रेसियों की पहुंचने की खबरें आ रहीं हैं। सरकार के पास भी सीआईडी रिपोर्ट पहुंच गई है कि इस कार्यक्रम में 50 हजार से ज्यादा कांग्रेसी इकट्ठा होगा। बस इसी रिपोर्ट के बाद सरकार हरकत में आ गई और घेराव को कमजोर करने की रणनीति पर काम शुरू हो गया।
राजधानी में माहौल ना बन पाए एवं आम नागरिक कांग्रेस के इस घेराव कार्यक्रम का हिस्सा ना बने इसलिए सीएम हाउस से मिले संकेत के आधार पर नगरनिगम भोपाल ने राजधानी में लगे कांग्रेस के होर्डिंग/पोस्टर रातों रात उतार दिए। जैसे ही कांग्रेसियों को पता चला। उन्होंने निगम के उस वाहन को घेर लिया जिसमें पोस्टर भर लिए गए थे। घबराए कर्मचारी गाड़ी छोड़कर फरार हो गए।