बंगाल में हुए बवाल के बाद चुनाव आयोग ने वहां प्रचार पर सभी पार्टियों के लिए कल से रोक लगा दी है ये रोक तब लगी है जब वहां अंतिम चरण का चुनाव प्रचार अपने चरम पर था सभी पार्टियां इसको भुनाने की जद्दोजहद में लगी थी लेकिन शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा ने चुनाव आयोग को कड़ा कदम उठाने पर मजबूर कर दिया जिससे समय से पहले ही वहां प्रचार रोकने का आदेश जारी कर दिया गया।
लेकिन कांग्रेस पार्टी का मानना है कि चुनाव आयोग ने ये जो कार्यवाही की है वो भाजपा के दबाव में की है उनका कहना है कि आज की मोदी की दो रैलियों को ध्यान में रखते हुए कल से प्रचार पर रोक लगाई गई है कांग्रेस पार्टी का कहना है कि चुनाव आयोग भाजपा के दबाव में काम कर रहा है जिससे लोकतंत्र को खतरा है।
हालांकि आज ममता बनर्जी की भी कई जन सभाएं हैं लेकिन कांग्रेस ने अपनी रणनीति के तहत जो तारीख रखी थी उसपर चुनाव आयोग ने कैंची चला दी जिसकी टीस कांग्रेस को इतनी गहरी हुई के उसने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को ही कटघरे में खड़ा कर दिया।दरअसल कांग्रेस पार्टी के साथ कुछ संयोग भी ऐसा बना के उसने आयोग से जितनी बार भी मोदी और अमित शाह की शिकायत की हर बार उसको मुह की खानी पड़ी वही भाजपा ने जब आयोग का दरवाजा खटखटाया तो कांग्रेसियों को तलब होना पड़ा अब ऐसी हालत में कांग्रेस आयोग पर उंगली ना उठाये तो क्या करे।