सीतापुर-अनूप पाण्डेय,राकेश पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के हरगाँव कार्तिक की पूर्णिमा के दिन प्रत्येक वर्ष हरिग्राम सूर्यकुण्ड तीर्थ हरगाॅव में गौरीशंकर बाबा के श्रृंगार के साथ लगने वाले मेले का भव्य उद्घाटन जिलाधिकारी सीतापुर व क्षेत्रीय विधायक सुरेश राही ने गौरीशंकर बाबा का पूजन व आरती कर किया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हरगाँव नगर पंचायत क्षेत्र में प्रतिवर्ष लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेला का 11नवम्बर 19को जिलाधिकारी सीतापुर अखिलेश तिवारी व क्षेत्रीय विधायक सुरेश राही ने विधिविधान से गौरी शंकर बाबा का पूजन कर संयुक्त रूप से फीता काट कर मेले का उद्घाटन किया ।
इससे पहले गोला गोकर्ण नाथ से आयी म्यूजिक पार्टी ने भक्तिरस के अपने भजनों से श्रृद्धालुओं को आनन्दित किया ।
इस अवसर पर उप जिला अधिकारी सदर अमित कुमार भट्ट,तहसीलदार सदर मिथिलेश त्रिपाठी , विधायक हरगाँव सुरेश राही,नगर पंचायत हरगाँव के चेयरमैन गफ्फार खान , सभासद अशोक कुमार मिश्र, मुकेश राय, रामनरेश कनौजिया, दानिश नकवी (बोनी) , मो० सलीम नजीर अहमद गुड्डू,सभासद प्रतिनिधि संजीत गुप्ता, सुभाष जोशी, सहित समस्त सभासद ,व नगर पंचायत हरगाँव के अधिशाषी अधिकारी अरविन्द सिंह वरिष्ठ लिपिक जय प्रकाश अवस्थी, सहित सुशील मिश्र, अहिबरनलाल, दीपक, विनोद आदि कर्मचारी पूरी तन्मयता से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे थे।
इस अवसर पर हरगाॅव पत्रकार संघ के अध्यक्ष सुनील गुप्ता, गुरु नानक विद्या मन्दिर इण्टर कालेज के प्रबंधक ज्ञानी गुरदीप सिंह चीमा, समाजसेवी चन्द्रशेखर मिश्र,राम मूर्ति मिश्र,शान्तनु मिश्र जोगेन्द्र मिश्र (जुग्गी), पूर्व सभासद सुनील मिश्र (बब्बू), भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री उदित बाजपेई, भाजपा मण्डल अध्यक्ष बृजेन्द्र शुक्ला, समाजसेवी लवकुश शुक्ल, वीरेन्द्र मिश्रा बच्चा,एवं श्रृद्धालु क्षेत्रीय जनता मौजूद रही ।
सनातन धर्म में आदिकाल से प्राचीन तीर्थों पर व देव स्थानों पर मेला लगा करता था जिसे कार्तिक पूर्णिमा मेला के नाम से जाना जाता है यह मेला सदियों पुराना है यहां का मेला पौराणिक परंपराओं पर आधारित है हरगांव के पौराणिक मेले की महत्ता हरगांव का अति प्राचीन सूर्य कुण्ड तीर्थ प्रसिद्ध भूत भावन गौरी शंकर बाबा का दरबार है किवदंती है कि सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र को एक श्राप के कारण उन्हें कुष्ठ रोग हो गया जिस पर उन्होंने सूर्य देव की उपासना की उपासना से प्रसन्न होकर सूर्य देव भगवान ने राजा हरिश्चंद्र से एक कुंड का निर्माण कराकर उसमें स्नान कर अपनी व्याधियों को दूर करने की बात कही जिस पर राजा हरिश्चंद्र ने कुंड का निर्माण कराया और उसी में स्नान किया जिससे उनका कुष्ठ रोग दूर हो गया तभी से इस कुंड का नाम सूर्य कुंड पड़ा। हरगांव नगर के जाने-माने ज्योतिषी स्व०पण्डित त्रिजुगीनारायण ने एक पुस्तक में कहा था, कि इस सूर्य कुण्ड पर मनसा वाचा कर्मणा तीनों प्रकार से जो व्यक्ति सूर्य देव की आराधना करता है उसका शरीर निश्चय ही निरोगी हो जाता है वर्तमान में तीर्थ स्थल पर गौरी शंकर बाबा का दरबार नीलकंठ मन्दिर,नीलकण्ठ आश्रम व प्राचीन वट वृक्ष है। इस पौराणिक स्थल पर प्रत्येक अमावस्या को मेला लगता है। तथा प्रत्येक कार्तिक पूर्णिमा मेले के अवसर पर प्रचीन नीलकंठ आश्रम में वरिष्ठ पत्रकार एवं आश्रम के संयोजक संरक्षक नरेश मिश्र के सौजन्य से विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं इस भंडारे में अनूप रस्तोगी पायनियर पत्रकार राजेश मिश्र मान्यता प्राप्त पत्रकार आदि का विशेष सहयोग रहता है।
कार्तिक मास की पूर्णिमा को लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेले को कतिकी का मेला कहते हैं यह मेला एक माह तक चलता है । प्राचीन समय में मेले का बृहद रूप हुआ करता था परंतु आज के परिवेश में स्थानाभाव के कारण मेला सिमट सा गया है । फिर भी मेले को भव्यता देने व मेला को बढ़ाने के उद्देश्य से नगर पंचायत के अध्यक्ष ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है नगर पंचायत के अध्यक्ष उनके सहयोगी सभासद प्रतिनिधि सुभाष जोशी के द्वारा विगत वर्षों की भांति 20 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है भव्यता देने के उद्देश्य से आधुनिक लाइटों की व्यवस्था की गई है मन्दिरों व तीर्थ को दुल्हन की तरह सजाया गया है। प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में मेले की आज की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद दिखी।