लखनऊ। कासगंज सांप्रदायिक हिंसा को लेकर राज्य सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। वहां हिंसा करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार व पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के साथ बैठक कर घटना की पूरी जानकारी ली और पूरे मामले में सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए। माना जा रहा है कि इस घटना को लेकर कुछ अधिकारियों पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।
एसपी पर फूट सकता ठीकरा
कासगंज में रविवार को शांति रही और अधिकारियों ने स्थिति नियंत्रित होने का दावा भी किया लेकिन, पूरे मामले में हुई चूक को लेकर मुख्यमंत्री गंभीर हैं। अधिकारियों के साथ हुई उनकी बैठक के बाद माना जा रहा है कि घटना में हुई लापरवाही का ठीकरा वहां के एसपी सुनील कुमार सिंह पर फूट सकता है। मुख्यमंत्री के साथ बैठक में उनके प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल भी मौजूद रहे। इससे पहले पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि कासगंज में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई होगी। वहां तलाशी में लोगों के घरों से बम व पिस्टल मिले हैं।
पुलिस प्रदेश सुरक्षा देने में सक्षम
डीजीपी ओपी सिंह ने मीडिया से कहा कि 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा निकालने के लिए किसी को अनुमति लेने की जरूरत नहीं होती। डीजीपी ने बताया कि कासगंज में स्थिति अब सामान्य हो रही है। रविवार को वहां कोई घटना नहीं हुई। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पुलिस प्रदेश के लोगों को सुरक्षा देने में सक्षम है। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी ने रविवार को भी कासगंज मामले की कई बार जानकारी ली। उन्होंने यहां से भेजे पुलिस मुख्यालय के अधिकारी डीके ठाकुर से भी बात की।