*बहराइच के 89 हजार 756 किसानों का 593 करोड़ 84 लाख रूपया किसानों का ऋण प्रदेश सरकार माफ कर चुकी है- शाही*
1. कृषि विभाग किसानों को कम लागत में अधिक कमाई देने का प्रयास कर रही है।
2. स्वस्थ रहने के लिए जौ बाजार जैसा मोटे अनाज का सेवन करना आवश्यक है।
बलहा बहराइच- स्थानीय विकास खण्ड बलहा के ग्राम मलंग पुरवा में शुक्रवार की दोपहर प्रदेश सरकार के कृषि मन्त्री डा0 सूर्य प्रताप शाही ने नानपारा के ग्रासम मलंग पुरवा में नवसृजित कृषि विज्ञान केन्द्र के लिए भूमि पूजन करके शिलान्यास किया।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र नानपारा ने एक जनसभा का भी आयोजन किया जिसमें मन्त्री जी के साथ आये नरेन्द्र देव कृषि विद्यालय फैजाबाद के कुल पति डा0 जे0एस0सिन्धु, कृषि निदेशक प्रसार डा0एम0पी0राव, नानपारा विधायक प्रतिनिधि दिलीप वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम करन टेकड़ीवाल नि वर्तमान भाजपा जिलाध्यक्ष गुलाब चन्द्र शुक्ल, राघवेन्द्र प्रतपा सिंह जिलाध्यक्ष, डा0 जितेन्द्र त्रिपाठी जिलामन्त्री, कृषि वैज्ञानिक बहराइच पी0पी0 सिंह, डा0 राम पी0 सिंह प्रभारी कृषि विज्ञान केन्द्र नानपारा ने जनसभा को सम्बोधित करके कृषि विज्ञान केन्द्र से होने वाले लाभों को बताते हुए कहा कि किसान कृषि विज्ञान केन्द्र से सम्बन्ध बनाकर अपने गांव और खेत लेजाकर उपज की नई तकनीक औ जानकारी प्राप्त करें।
प्रदेश सरकार के कृषि मन्त्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि कम लागत में अधिक आमदनी किसानों को कैसे हासे विभाग इसके लिए प्रयत्न शील है उन्होने कहा कि स्वीकृत कृषि विज्ञान केन्द्रों में 18 नव सृकजित केन्द्रो का शिलान्यास हो चुका है श्रावस्ती और इलाहाबाद में 2 बाकी है जो शीघ्र हो जायेगें। इसके लिए केन्द्र सरकार ने बजट भी पूर्व में दिया था मगर सपा सरकार ने भाजपा की केन्द्र सरकार को इसका श्रेय न मिले इसलिए इस पर कोई कार्यवाही नही हुई उन्होने अखिलेश सरकार को खींचते हुये कहा कि उनका मन्त्री ही शिलान्यास करता जिससे उनकी उपलब्धी होती मगर उन्होने नही किया उन्होने कहा कि नरेन्द्र देव कृषि विश्व विद्यालय फैजाबाद के अन्तर्गत 8 कृषि विज्ञान केन्द्र अमेठी, बहराइच, गोण्डा, जौनपुर, सुल्तानपुर, श्रावस्ती, आजमगढ़ और गाजीपुर के लिए 3 करोड़ 50 लाख रूपये दिये है जो क्षेत्र मे कृषि विकास के लिए सेवारत है। प्रदेश की कृषि भूमि को रासायनिक खाद्यो ने बरबाद कर रखा है। भूमि को अधिक उपजाउ बनाने के लिए जैविक खेती पर जोर दिया जा रहा है। किसान एक ही फसल की खेती न करे। भूमि की जांच कराकर उसके अनुसार जो अनाज अधिक होने की सम्भावना हो उसकी खेती करें। उलहन, तिलहन, गेंहू, धान और गन्ना सबकी खेती बदल-बदल कर करें। जिससे उपज बढ़े और किसान लागत से कहीं अधिक धन पा सके। उन्होने कहा कि आज किसी का पैर खराब है तो किसी की किड़नी और कोई अस्वस्थ है कारण है कि हमे पौष्अिक आहार नही मिल पा रहा है। पौश्टिक आहार जौ, मक्का, जैसे मोटे अनाज मे होता है हमे उसका सेवन करके स्वस्थ रहते हुए उसकी उपज करनी चाहिए। सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि इस बार सरकार ने 43 लाख मिट्रिक टन गेंहूं खरीदा है जो कि पूर्व सरकार से 15 प्रतिशत अधिक है। उन्होने कहा गेंहूं लेकर सबको भुगतान भी दे दिया गया प्रदेश सरकार के मुख्यमन्त्री योगी जी और प्रधानमन्त्री मोदी जी किसानों को दिये वादे पूरे करके उनके लिए कार्य कर रहे है।
इस मौके पर नगर नानपारा के भाजपा अध्यक्ष अभय मदेशिया, आशीष पाण्डेय, आनन्द सोनी, अजय गुप्ता, वन्दना मिश्रा, कमल बहादुर सिंह सहित तमाम गणमान्य एवं आसपास गांव के हजारों किसान मौजूद थे।
मलंग पुरवा में जनसभा के बाद कृषि में सबसे पिछडे चयनित गांव तुलसीपुर में कृषि मन्त्री ने जनसभा करके किसानों के जैविक खेती का बढावा दिया इस अवसर पर मूंग के 200 पैकेट धान के 120 पैकेट किसानों को वितरित किये और 100 किसानों को 5-5 फलदार पेड़ दिये। इस मौके पर भी सैकड़ो कृषक मौजूद थे।