सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तर प्रदेश हिंदुस्तान का सबसे बड़ा राज्य है एवं कृषि प्रधान प्रदेश भी है जहाँ बड़ी मात्रा में लाखों किसान सर्वाधिक गन्ने की खेती करते है व कड़ी मेहनत तथा भरपूर लागत लगाकर गन्ना किसान गन्ना पैदा करते है। वर्ष 2017-18 में प्रदेश के किसानों ने चीनी मिलों को गन्ना आपूर्ति की थी। वर्ष 2017-18 में गन्ना किसानों का पूरे प्रदेश में लगभग पंद्रह हजार करोड़ रुपये चीनी मिल मालिकों द्वारा अभी तक भुगतान नही किया जा रहा है। जबकि बीजेपी सरकार का वादा था कि चौदह दिन के अंदर गन्ना किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा।विगत वर्ष में आलू, गेंहू, व धान के किसानों को अपनी लागत उत्पादन मूल्य न मिलने से भारी निराशा हुई है जिसके कारण दर्जनों किसान आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या कर चुके है परंतु बीजेपी सरकार ने उन गरीब किसान परिवारों की कोई मदद नही की है। जबकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री अखिलेश यादव जी समय-2 पर सदन के माध्यम से तथा पत्रकार वार्ता के माध्यम से किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु निरंतर मांग करते आ रहे है।
किसानों की समस्याओं की मांग को लेकर मा0 राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के निर्देशानुसार जवाहरपुर चीनी मिल गेट पर आज विशाल धरना प्रदर्शन किया गया।
किसान को अन्नदाता की संज्ञा दी जाती है परंतु आज उत्तर प्रदेश का किसान सबसे ज्यादा परेशान एवं दुखी है।
इसलिए हम सभी गन्ना किसानों के लिए प्रमुख मांगे करते है कि वर्तमान में गन्ना किसानों का जो पंद्रह हजार करोड़ रुपया चीनी मिलो पर बकाया है उसका तत्काल भुगतान कराया जाए, चौदह दिनों में भुगतान न होने की स्थिति में व्याज सहित गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान कराया जाय, भारत सरकार द्वारा 275 रुपये प्रति कुंतल उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफ0आर0पी0) घोषित लागत के हिसाब से कम है की दर में वृद्धि की जाए।
इस विशाल धरना प्रदर्शन में आकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सम्मानित समस्त गन्ना किसानों/कार्यकर्ताओ व नेतागणों का हृदय की गहराई से आभार एवं धन्यवाद।
अनूप गुप्ता
पूर्व- विधायक 145,महोली- सीतापुर।