– कुंडा का तिहरा हत्याकांड
– राजा भैया से भी होगी पूछताछ
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लखनऊ- कुंडा (प्रतापगढ़) में दो मार्च को बलीपुर के तिहरे हत्याकांड की जांच एजेंसी की वरीयता अब प्रधान नन्हें यादव के हत्यारों की खो है। दो मार्च को नन्हे यादव की हत्या के बाद सीओ कुंडा जिया उल हक तथा प्रधान के भाई सुरेश यादव की भी हत्या कर दी गई थी।
सीबीआइ नन्हें की हत्या में नामजद अजय पाल व विजय पाल को रिमांड पर ले चुकी है। इनसे कल पूछताछ में जांच एजेंसी ने कई सच उगलवा लिए हैं और संभव है कि बहुत जल्द वह कुछ और अभियुक्तों को गिरफ्तार करे। सूत्रों का कहना है कि सीबीआइ ने कुंडा क्षेत्र से प्रधान नन्हें यादव की हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और दो मोबाइल फोन भी बरामद किये हैं।
ग्राम प्रधान नन्हें यादव और भाई सुरेश यादव की हत्या में सीबीआइ उनके पुराने प्रतिद्वंद्वी कामता पाल को निशाने पर रखकर जांच कर रही है। अजय और विजय कामता पाल के बेटे हैं। घटना में कामता के रिश्तेदार संजय की अहम भूमिका होने की सीबीआइ को सूचना मिली है। सीबीआइ संजय को लेकर अब ज्यादा संजीदा है। कल अजय व विजय से संजय के बारे में पूछताछ भी की गई और सीबीआइ की टीम कई संभावित ठिकानों पर गयी भी। उम्मीद जताई जा रही है सीबीआइ संजय तक बहुत जल्द पहुंच जायेगी।
सीबीआइ नन्हें यादव की हत्या के बारे में जांच कर चुकी है, लेकिन अब वह सुरेश के हत्यारों तक पहुंचने में जुटी है। नन्हें की हत्या के बाद सीओ कुंडा जियाउल हक व प्रधान के भाई सुरेश यादव की हत्या हुई। सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि सुरेश की हत्या का मामला खुलते ही प्रकरण सामने आ जाएगा। इसी कारण अजय व विजय से पूछताछ में सीबीआइ का जोर कुंडा क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों की भी जानकारी लेना है। सीबीआइ संजय प्रताप सिंह गुड्डू, राजीव प्रताप सिंह, गुलशन यादव और छविनाथ यादव के बारे में भी जानकारी जुटाने लगी है। पाल परिवार से सम्बंध और सहयोग की भी छानबीन हो रही है।
अब राजा भैया की बारी : तिहरे हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम एक माह में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को छोड़कर अन्य सभी आरोपियों से पूछताछ कर चुकी है। आठ मार्च से शुरु हुई जांच में अब तक सीबीआइ प्रधान व हत्यारोपियों के परिवारीजन, भगोड़े पुलिस कर्मियों, ग्रामीणों, एमएलसी गोपाल जी, विधायक विनोद सरोज, हरिओम श्रीवास्तव, रोहित सिंह, गुलशन यादव, छविनाथ यादव, सीओ की पत्नी परवीन आजाद से पूछताछ कर चुकी है। जांच एजेंसी घटनाक्रम का तार जोड़ने के साथ ही काफी साक्ष्य भी जुटा चुकी है। तीनों हत्याओं के चश्मदीद भी मिल गए है। सीबीआइ को प्रधान की हत्या में नामजद अजीत सिंह और सुरेश की हत्या में नामजद संजय की तलाश है। इसके अलावा राजा भैया से पूछताछ की जानी बाकी है। माना जा रहा है कि राजा भैया से पूछताछ के बाद तिहरे हत्याकांड का कभी भी राजफाश किया जा सकता है।