कानपूर । केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने चुनाव से ठीक पहले नया दांव चल दिया है। उन्हाेंने न केवल मुलायम सिंह यादव अाैर उनके बेटे मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव की सरकार पर सवाल खड़े किए बल्कि कई गंभीर अाराेप भी लगाए।
उमा ने कानपुर में चुनावी जनसभा काे संबाेधित करते हुए अाराेप लगाया कि अखिलेश सरकार नमामि गंगे प्राेजेक्ट में भ्रष्टाचार करना चाहती थी। यही कारण है कि पहले अखिलेश सरकार ने उनसे इस प्राेजेक्ट के तहत काम मांगा, जब मैंने साफ ताैर पर यह कहते हुए मना कर दिया कि यह काम केंद्र का है अाैर केंद्र सरकार अपने संरक्षण में ही करवाएगी ताे अखिलेश ने गंगा खेल खेलते हुए सभी डीएम काे अादेश दे दिया कि नमामि गंगे के लिए वह एनअाेसी न दें।
उमा यहीं नहीं रूकीं, उन्हाेंने अाराेप लगाया कि मुलायम सिंह यादव नमामि गंगे काे लेकर सवाल खड़े करने के लिए लाेकसभा पहुंचे। जब वहां भी उनकी दाल नहीं गली ताे वह अलग-अलग तरह से इस प्राेजेक्ट काे फेल करने में जुट गए।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने समाजवादी पार्टी अाैर कांग्रेस के गठबंधन पर भी चुटकी ली। बाेलीं अखिलेश अाैर राहुल एक नांव पर सैर करना चाहते थे, लेकिन उनकी नांव में मुलायम सिंह यादव ने छेद कर दिया। अब ताे नांव डूब ही चुकी है। उन्होंने कहा कांग्रेस सरकार के ज्यादातर मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे रहे। उस पार्टी के नेता मंच से फटा कुर्ता दिखाते हैं। ऐसे कांग्रेस से सपा ने गठबंधन किया है। इससे साबित हो गया कि सपा ने खुद को कमजोर मान लिया है।
दूसरी अाेर मायावती पर निशाना साधते हुए उमा ने बाेला कि जनता ने मायावती काे पांच साल माैका दिया, लेकिन तब मायावती नाेट कमाने में जुटी हुई थी अाैर जनता त्राही माम त्राही माम कर रही थी। उमा ने दावा किया कि भाजपा की सरकार बनते ही 80 प्रतिशत अपराधी खुद सुधर जाएंगे और 20 फीसदी बड़े अपराधियों को पुलिस ठीक कर देगी। अखिलेश की कोई हैसियत नहीं है उन्हें तो मुलायम सिंह ने मुख्यमंत्री बनाया था।