सीतापुर-अनूप पाण्डेय,रियासत अली सिद्दीकी/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के रामकोट कस्बा स्थित केपी मेमोरियल पब्लिक स्कूल में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में स्वामी विवेकानंद की जयंती धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाई गयी। जिसमें उनके चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वललित कर पुष्प अर्पित किये व स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। छात्र-छात्राओं ने उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।
विद्यालय के प्रबंधक डॉ आर के यादव ने बताया कि स्वामी जी असीमित प्रतिभा के धनी थे। उनका चरित्र उच्चकोटि का था। उन्होंने सदैव हिन्दू धर्म व हिन्दुस्तान की सांस्कृति को ही उच्चस्थान नही दिया। समस्त धर्मों का मान सम्मान रखने की प्रेरण दी। व स्वामी विवेकानंद के बताये रास्ते पर चलने का आह्वान किया। विद्यालय प्रबंधक ने युवा दिवस के महत्व को बताते हुए कहा कि हमें सूर्य की तरह उगना और संसार को प्रकाश देने का कार्य करना होगा। व राष्ट्रीय सेवा योजना का मूल मंत्र बताया मातृ देवो भव: पित्र देवों भव: आचार्य देवों भव: ओर दरिद्र देवों भव:। स्वामी विवेकानंद जी ने भारत के आध्यात्मिक वैभव एवं विचारों को विश्व में फैलाने में अतुलनीय योगदान दिया। कहा कि आज के दिन हम सभी स्वामी विवेकानंद जयंती को युवा दिवस के रूप में मना रहे हैं। हम सभी युवाओं का सपना तब सरकार होगा जब भारत के युवा शिक्षित और समझदार होंगे व उन्हें रोजगार मिलेगा।
प्रधानाचार्य लालाराम यादव ने कहा कि कहा कि युवा दिवस आया है फिर से यह स्मरण कराने के मन में जोशभर लक्ष्य की ओर बढ़े। हम सभी मिलकर कार्य करेंगे तो अपने विद्यालय समाज राष्ट्र को अच्छा बना सकते है। जिन्होंने भारतीय संस्कृति की छाप विश्व में छोड़ी है। विवेकानंद ने भारत के युवाओं के आदर्श के रूप में अपना विशेष स्थान बताया है। स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। स्वामी विवेकानंद के विचारों को जीवन में आत्मसात करने पर बल दिया। कहा कि आज स्वामी जी के उपदेश को अपना कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति स्थापित की जा सकती है। घर-घर में स्वामी जी के विचारों को पहुंचाने की जरूरत है।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं सहित विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।