शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI- आप ने अक्सर सुना होगा कि छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति के लिए भटकते नजर आते हैं। इसके बावजूद भी उन्हें छात्रवृत्ति नही मिलती है और इस बार विभाग की ऐसी मेहरबानी हुई कि छात्र-छात्राओं को एक साथ दो छात्रवृत्ति मिल गई। जिसमें जिले के अल्पसंख्यक वर्ग के 362 छात्र छात्राओं के खाते में डबल छात्रवृत्ति पोस्ट हो गई। जब निदेशालय ने यह मामला पकड़ा तो हड़कंप मच गया। पूरे प्रदेश में करीब 6 हजार छात्र छात्रएं चिन्हित किये गये थे। अब इस मामले में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग रिकवरी करने जा रहा है।
पैसा तुरंत वापस करने के आदेश:-
जिले के 20 से ज्यादा कॉलेजों को नोटिस जारी कर छात्रवृत्ति का पैसा तुरंत वापस करने के आदेश दिए गए हैं। पैसा वापस ना होने पर कॉलेजों पर भी कार्रवाई होगी। बताते चलें कि दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत केंद्र व प्रदेश सरकार ने अलग-अलग योजनाएं चलाई थी। जिसमे छात्र-छात्राओं को एक ही योजना का लाभ मिल सकता है। छात्रवृत्ति के लिए छात्र-छात्राओं को खुद ही ऑनलाइन आवेदन करना था। इसके बाद कालेज पत्रो की जांच करके डीआईओएस के पोर्टल पर फॉरवर्ड करते। डीआईओएस अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के यहां फॉरवर्ड करते और वहां से छात्रवृत्ति भेजी जाती है।
राज्य और केंद्र दोनों जगह भरे फार्म:-
बताया जाता है कि आवेदन करते समय छात्र-छात्रों ने राज्य और केंद्र दोनों में फार्म भर दिया सोचा एक मे तो छात्रवृत्ति मिल ही जायेगी। पत्रो की जांच करते समय कॉलेज ने भी ध्यान नहीं दिया और फारवर्ड कर दिया। अब जब छात्र-छात्राओं के खाते में दोनों सरकारों की छात्रवृत्ति पोस्ट हो गई। और निदेशालय की जांच में मामला पकड़ में आया। कि पूरे प्रदेश में छ हजार छात्र- छात्रोओ के खाते में डबल छात्रवृत्ति पहुँच गई। इसमें खीरी जिले में 362 छात्र-छात्रएं शामिल है। मामला सामने आने पर विभाग ने सभी जिले के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को पत्र लिखकर छात्रों की सूची देते हुए रिकवरी करने का आदेश दिया है।
रिकवरी के लिए दिया गया एक हफ्ते का समय:-
वहीं पूरे मामले में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी ने बताया कि निदेशालय में डुप्लीकेसी पकड़ी गई है। जिसमें जिले के 362 छात्र छात्राओं के खाते में राज्य और केंद्र दोनों की छात्रवृत्ति पहुंच गई है। जबकि इन्हें एक ही छात्रवृत्ति देनी थी। इसके लिए कॉलेजों को नोटिस देकर छात्रों से रिकवरी कराने को कहा गया है। रिकवरी के लिये कॉलेजो को एक सप्ताह का समय दिया गया है। इसके बाद कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई होगी। आवेदन छात्र करते हैं। कालेज को चेक करके फॉरवर्ड करना था।